Rewa News: रीवा जिले में बढ़ी HIV मरीजों की संख्या, चपेट में आए 311 बच्चे और 24 गर्भवती महिलाएं
Rewa: रीवा जिले में HIV के मरीजों की संख्या बढ़ी है। 311 बच्चे 24 गर्भवती महिलाएं चपेट में आए हैं। इस समय यहां एचआईवी के पंजीकृत मरीजों की संख्या कुल 4921 है।
Rewa News: एड्स के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ती जा रही है, इससे बचाव के लिए प्रयास भी शुरू किए गए हैं ,इसके बावजूद रीवा जिले में करीब 5000 की संख्या में एचआईवी संक्रमित लोग अब भी हैं ,जिन्हें जिले के a.r.t. सेंटर में दवाएं उपलब्ध कराई जा रही है। कई बार एचआईवी पीड़ित की संताने भी प्रभावित हो जाती है।
शहर के कई जगह जागरूकता कार्यक्रमों का किया आयोजन
रीवा में कई ऐसे मामले हैं जिनमें बच्चों में संक्रमण फैलने में कोई गलती नहीं की लेकिन मां-बाप की वजह से वह भी पॉजिटिव है, हर वर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है इस बार भी शहर के कई जगह जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया आइए दिखाते हैं निकाली गई जागरूकता रैली और सुनाते हैं आयोजकों का पूरे मामले को लेकर क्या कहना है।
रीवा जिले में बढ़ी HIV के मरीजों की संख्या
रीवा जिले में HIV के मरीजों की संख्या बढ़ी है। 311 बच्चे 24 गर्भवती महिलाएं चपेट में आए हैं। इस बीमारी से संक्रमित मरीजों के लिए श्यामसाह मेडिकल कॉलेज के संजय गांधी स्मृति चिकित्सालय में एआरटी केन्द्र संचालित है। इस समय यहां एचआईवी के पंजीकृत मरीजों की संख्या कुल 4921 है।
एआरटी केन्द्र में दर्ज आंकड़े
एआरटी केन्द्र में दर्ज आंकड़ो की माने तो एचआईवी मरीजों में 2286 पुरूष, 1790 महिलाएं सहित 311 बच्चें शामिल है। इन मरीजों द्वारा नियमित रूप से दवाई ली जा रही है। गौरतलब है कि संक्रमित मरीजों में 24 गर्भवती महिलाएं भी शामिल है।
विश्व एड्स दिवस पर इस बार की थीम का नाम इक्यूलाइज
इक्यूलाइज थीम अस्पताल प्रबंधन की माने तो विश्व एड्स दिवस पर इस बार जो थीम दी गई है उसका नाम इक्यूलाइज है। इसका मतलब है कि सामान्य लोगों जैसी सुविधा एचआईवी एड्स के मरीजों को भी दी जाए। उनके साथ किसी भी तरह का भेदभाव न किया जाए।
एसजीएमएच की ओपीडी कैंपस से 11 बजे निकाली गई रैली
विश्व एड्स दिवस के अवसर पर एसजीएमएच की ओपीडी कैंपस से 11 बजे रैली निकाली गई। इस रैली में मेडिकल कॉलेज के डीन डा. देवेश सारस्वत, अस्पताल के संयुक्त संचालक डा. अवतार सिंह शामिल रहे। इसके अलावा रैली में डा. मनोज इंदुलकर, डा. हरिओम गुप्ता, डा. अनुराग शर्मा सहित मेडिकल स्टूडेंट, नर्सिंग स्टाफ और सामाजिक संगठनों के लोग उपस्थित रहे।