Madhya Pradesh: भ्रष्टाचार को लेकर IAS अधिकारी की चैट लीक से मचा हड़कंप, सरकार ने भेजा नोटिस

लोकेश कुमार को आईएएस अधिकारियों के एक निजी सोशल मीडिया समूह पर राज्य के नौकरशाहों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर चैट वायरल होने के बाद सरकार ने कारण बताओ नोटिस भेजा गया है।

Newstrack :  Network
Published By :  Ashiki
Update:2021-06-17 10:29 IST

आईएएस अधिकारी लोकेश कुमार जांगिड़ (Photo-social Media)

भोपाल: मध्यप्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी लोकेश कुमार जांगिड़ इन दिनों सुर्खियों में हैं। MP के बड़वानी में अपर कलेक्टर के पद से ट्रांसफर होकर राज्य शिक्षा केंद्र भेजे गए आईएएस लोकेश कुमार जांगिड़ (IAS Lokesh Kumar Jangid) की लीक चैट से हड़कंप मच गया है। यहां तक कि लोकेश कुमार को आईएएस अधिकारियों के एक निजी सोशल मीडिया समूह पर राज्य के नौकरशाहों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर चैट वायरल होने के बाद सरकार ने उन्हें नोटिस भी भेज दिया है।  

बता दें, 2014 बैच के आईएएस लोकेश कुमार जांगिड़ का साढ़े चार साल की नौकरी मे 8 बार ट्रांसफर हो चुका है। हाल ही में उन्हें बड़वानी (Barwani) अपर कलेक्टर पद से राज्य शिक्षा केंद्र में पदस्थ किया गया है, जबकि उन्हें बड़वानी का अपर कलेक्टर बने ज्यादा समय नहीं हुआ था। यहां तक तो सब सामान्य था, लेकिन अब आईएएस अधिकारियों के एक ग्रुप में जांगिड़ ने बड़वानी कलेक्टर और मध्यप्रदेश में अफसरों के कामकाज को लेकर जो बातें लिखी हैं, उससे सियासत ज़रुर गरम हो गया है।

इस चैट में लोकेश कुमार जांगिड़, बड़वानी कलेक्टर शिवराज वर्मा के बारे में लिखते हैं कि बड़वानी कलेक्टर शिवराज वर्मा ने सीएम के कान भरे जिस वजह से उन्हें हटाया गया है। उन्होंने लिखा- 'कलेक्टर पैसे नहीं खा पा रहे थे शिवराज वर्मा, इसलिए शिवराज सिंह चौहान (होनरेबल सीएम) के कान भरे। दोनों एक ही समुदाय से आते हैं, किरार समुदाय से, जिसकी सेक्रेटरी कलेक्टर की पत्नी हैं और मुख्यमंत्री की पत्नी किरार समाज की प्रेसिडेंट।'

आगे चैट में लोकेश कुमार जांगिड़ ने लिखा कि रिटायरमेंट के बाद वो एक किताब लिखेंगे और उसमें सभी तथ्य लिखेंगे क्योंकि अभी उनके हाथ बंधे हुए हैं। मैं किसी से नहीं डरता इसलिए सब खुलेआम बोल रहा हूं। बता दें कि यह चैटिंग जांगिड़ के ट्रांसफर के बाद हुई है। वहीं 11 जून को लोकेश जांगिड़ ने DOPT को पत्र लिख गृह राज्य महाराष्ट्र में 3 साल के लिए इंटर कैडर डेपुटेशन पर जाने की इच्छा जताई है।

आईएएस जांगिड़ ने लिखा है कि उनके परिवार में टाइप-2 डायबिटीज से पीड़ित करीब 87 साल के दादा जी हैं और उनकी 57 वर्षीय मां है। परिवार को उनकी जरूरत है, इसलिए उन्हें 3 साल के लिए महाराष्ट्र इंटर कैडर डेपुटेशन (Maharashtra Inter Cadre Deputation) पर जाने की इजाज़त दी जाए।

सरकार ने भेजा नोटिस

आपको बता दें कि आईएएस लोकेश कुमार जांगिड़ के इस कृत्य को सरकार ने गंभीरता से लिया है। राज्य सरकार ने 'अनुशासनहीनता' के लिए अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया और एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है। कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग (Vishwas Sarang) ने नोटिस की पुष्टि करते हुए कहा कि तबादला और तैनाती नियमित प्रशासनिक प्रक्रिया हैं। 

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