MP News: एमपी रीवा देवी के मंदिर में मची लूट जिला प्रशासन बना धृतराष्ट्र, ठेकेदार की लूट से मचा हड़कंप
MP News: आस्था के नाम सरकारी राशि के साथ-साथ ठेकेदार द्वारा लिये गए मेले के ठेका में छोटे-मोटे दुकानदारों व वाहन खड़े करने वालों से ठेकेदार द्वारा वसूली की जा रही है।
MP News: कहते हैं कि मंदिर में भक्त अपनी मुराद पूरा करने के लिए पूजा-अर्चना करते हैं। मन्नतें पूरी होने पर धार्मिक स्थलों की ओर आस्था खींच ले जाती है। लेकिन रीवा जिले में आस्था के नाम सरकारी राशि के साथ साथ ठेकेदार द्वारा लिये गए मेले के ठेका में छोटे-मोटे दुकानदारों व वाहन खड़े करने वालों से ठेकेदार द्वारा वसूली की जा रही है। ठेकेदार द्वारा जबरन दबंगई से अस्थाई दुकानदारों से वसूली की बात को लेकर अनेक मीडिया बंधुओं ने खबर प्रकाशित करते हुए जिला प्रशासन को अवगत कराया फिर भी कार्रवाई नहीं की गई।
जानकारी के मुताबिक बताते चलें कि रानी तालाब मंदिर में ठेकेदार ओमकार तिवारी को अवैध रूप से बाजार वैठकी में लूटने की दी गई खुली छूट दी गई है। जिसमें न तो रेट सूची लगायी गयी है और न ही रेट फिक्स किया गया है। बताते चले कि तत्कालीन कलेक्टर इलैया राजा टी के 17 माह के कार्यकाल में भ्रष्टाचारियो की सिट्टी पिट्टी गुल हो गई थी फिर चाहे वह बाजार बैठकी हो या फिर अन्य विभाग क्योंकि तत्कालीन कलेक्टर इलैया राजा टी छोटी सी भी सूचना पाकर मामले को संज्ञान में लेते थे। मगर अब ऐसा नही है कलेक्टर के जाते ही भ्रष्टाचारियो के हौसले बुलंद हो चुके हैं। इसका जीता - जागता उदाहरण है रानी तालाब मंदिर परिसर में लगा मेला है। जहां मेले में दुकान एवं ठेला व्यापार के लिए ओमकारा तिवारी को लगभग 1 लाख 44000 रु. का टेंडर हुआ जिसमें दुकान और वाहन पार्किंग भी शामिल किया गया था। टेंडर जारी होने के बाद ठेकेदार ओमकार तिवारी नवरात्रि के पहले ही दिन से अपनी तिजोरी भरने में जुट गए।
आपको बता दें कि जिला प्रशासन द्वारा छोटी दुकान के लिए लगभग 500 रुपये निर्धारित हुआ था और बड़ी दुकान के लिए 800 से 900 रू. लेने को कहा गया था। लेकिन ठेकेदार ने जिला प्रशासन के सारे निर्देशो को दरकिनार करते हुए मनमाना रकम बसूल कर जिला प्रशासन को चुनौती दे डाली, जिला प्रशासन के आदेशों की धज्जियां उड़ाने में ठेकेदार ओमकार तिवारी ने जरा भी देरी नही की किसी दुकानदार से 2000 लिए तो किसी दुकानदार से 8000 लिए।
दुकानदारों के बताए अनुसार ठेकेदार ने 70 दुकानों से 2000 से लेकर 8000 रुपये लिए जिसमे कुल मिलाकर लगभग 4 लाख 70 हजार की रकम वसूली गई है और वही वाहन पार्किंग में भी सूत्रों के मुताबिक लगभग 9 दिनों में रोजाना 5000 वाहन पार्किंग में खड़ा कराया जिसमे तकरीबन 4 से 5 लाख की रकम वसूली गई है जिला प्रशासन के द्वारा लगभग 1 लाख 40000 का ठेका दिया गया था यानी रानी तालाब परिसर दुकान और वाहन पार्किंग का मिलाकर लगभग 9 लाख की बसूली की गई है। कुछ व्यापारी तो ठेकेदार के सामने बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पाए मगर कुछ दुकानदारों ने ठेकेदार की अवैध लुटाई की पोल खोल दी है। वही जब इस मामले की जानकारी रीवा तहसीलदार आरपी त्रिपाठी से बात की गई तो बताया गया ठेकेदार ओमकार तिवारी के द्वारा जबरन अवैध वसूली की जानकारी मीडिया के माध्यम से आई है। उसे नोटिस जारी कर कार्यवाही की जाएगी।