Bageshwar Dham: जानें कौन हैं बागेश्वरधाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, क्या है इनसे जुड़ा हालिया विवाद?
Know About Bageshwar Dham: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों सुर्ख़ियों में हैं। जानें उनसे जुड़ा ताजा विवाद क्या है?
Know About Bageshwar Dham News: इन दिनों मध्य प्रदेश स्थित बागेश्वर धाम और वहां के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Pandit Dhirendra Krishna Shastri) सुर्ख़ियों में हैं। दरअसल, धीरेन्द्र शास्त्री पर नागपुर में कथा बीच में ही छोड़कर भागने का आरोप लगा है। लेकिन, धीरेंद्र शास्त्री ने भी मैदान नहीं छोड़ा है। वो भी लगातार विरोधियों को जवाब दे रहे हैं। इन विवादों के बीच भी पंडित धीरेंद्र शास्त्री की रामकथा जारी है। फ़िलहाल उनकी रामकथा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में जारी है। जहां बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे हैं।
इन दिनों सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर बागेश्वर धाम सरकार से जुड़े छोटे-छोटे कई क्लिप तेजी से वायरल हो रहे हैं। बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा सुनी-देखी जा सकती है। दावा किया जाता रहा है कि बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) आने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है।
जानें क्या है ताजा विवाद
सवाल उठता है कि बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham Sarkar) के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से जुड़ा ताजा विवाद क्या है? दरअसल, मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले (Chhatarpur district) के बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर नागपुर में रामकथा छोड़कर भागने का आरोप लगा है। धीरे-धीरे ये विवाद गहराता गया। जिसके बाद धीरेंद्र शास्त्री ने पलटवार किया। उन्होंने कहा, 'हाथी चले बाजार, कुत्ते भौंके हजार।' धीरेंद्र शास्त्री ने चमत्कार को चुनौती देने वालों को जवाब देते हुए इस कहावत कही। नागपुर में कथा के बाद धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बागेश्वर धाम लौटे और जवाब दिया। बोले, 'हम सालों से कथावाचन कर रहे हैं। न तो हम कोई चमत्कारी हैं और न कोई गुरू हैं। हम बागेश्वर धाम सरकार बालाजी के बस सेवक हैं।'
पहले भी कई बार सुर्खियों में रहे हैं धीरेंद्र शास्त्री
हालिया विवाद में नागपुर की अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति (Maharashtra Andhashraddha Nirmoolan Samiti) ने आरोप लगाया था कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने चमत्कार का दावा कर कानून का उल्लंघन किया है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि 11 जनवरी 2023 को नागपुर में कथा संपन्न हुई। जबकि इसकी अंतिम तारीख 13 जनवरी 2023 थी। इसकी वजह नागपुर की अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति के चैलेंज को बताया जा रहा है। बता दें, पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इससे पहले भी अपने बयानों को लेकर सुर्ख़ियों में रहे हैं। मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान को 'बुलडोजर बाबा' बताने वाले उनके बयान ने तब जमकर सुर्खियां बटोरी थी। बीजेपी विधायक प्रीतम सिंह लोधी (BJP MLA Pritam Singh Lodhi) के ब्राम्हणों पर दिए बयान का भी उन्होंने जमकर प्रतिकार किया था।
जानें क्या है बागेश्वर धाम का इतिहास?
मध्य प्रदेश स्थित बागेश्वर धाम के बारे में कहा जाता है कि यह मंदिर वर्षों पुराना है। साल 1986 में इस मंदिर का नवीनीकरण (Renovation) कराया गया था। जिसके बाद 1987 में वहां पर एक संत आए। जिन्हें बब्बा जी सेतु लाल जी महाराज के नाम से जाना गया। इन्हें भगवान दास जी महाराज (Bhagwan Das Ji Maharaj) के नाम से भी जाना जाता था। वर्ष 1989 के समय बाबा जी ने बागेश्वर धाम में एक विशाल महायज्ञ का आयोजन किया था। फिर 2012 में बागेश्वर धाम की सिद्ध पीठ पर श्रद्धालुओं की समस्याओं के निवारण के लिए दरबार का शुभारंभ हुआ। इस प्रकार धीरे-धीरे बागेश्वर धाम से भक्तों के जुड़ने का सिलसिला शुरू हुआ। जिसके बाद बागेश्वर धाम में लोगों की समस्याओं का निवारण किया जाने लगा।