Madhya Pradesh News: शिवराज सिंह की दत्तक पुत्रियों का विवाह, CM बोले- 'एक पिता के रूप में आज मेरे लिए सौभाग्य का दिन'
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने सांसद रहते हुए सात अनाथ बच्चियों और दो बालकों के पालन-पोषण का जिम्मा उठाया था। वह सात बेटियों में से चार का विवाह पहले ही कर चुके हैं। आज उनकी तीन दत्तक बेटियों का विवाह हो रहा है।
Madhya Pradesh News: बचपन में अंगुली पकड़कर जिन्हें चलना सिखाया। आज उनके भविष्य का सबसे बड़ा फैसला करने जा रहे हैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान। जी हां, मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) आज अपनी तीन दत्तक बेटियों का घर बसाने जा रहे हैं। एमपी के विदिशा (Vidisha) शहर के रंगई स्थित बाढ़ वाले गणेश मंदिर पर गुरुवार को शाम 4 बजे सीएम की दत्तक बेटियां सात फेरे लेकर अपने नए जीवन की शुरूआत करेंगी। सीएम और उनकी पत्नी साधना सिंह अपनी तीनों बेटियों का खुद कन्यादान करेंगे।
प्रदेश में फैले कोविड-19 के प्रकोप के मद्देनजर सीएम की बेटियों का विवाह एकदम सादे समारोह में होगा। विवाह समारोह में केवल 50 लोग ही शामिल होंगे। बता दें कि विवाह की अन्य रस्में दोपहर 12 बजे से ही शुरू होचुकी हैं। निर्धारित मुहूर्त के मुताबिक, शाम 4 बजे वर वधू सात फेरे लेंगे।
सांसद रहते हुए लिया था 9 बच्चों को गोद
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सांसद रहते हुए साल 1999 में प्रदेश के मुखर्जी नगर में सुंदर सेवा आश्रम स्थापित किया था। जहां पर सीएम ने 7 अनाथ बच्चियों और दो बालकों के पालन-पोषण का जिम्मा उठाया था। इनमें से 4 बेटियों का कन्यादान सीएम द्वारा पहले ही किया जा चुका है। आज यानि गुरुवार को सीएम की दत्तक पुत्री प्रीति, राधा और सुमन का विवाह होने जा रहा है। प्रीति और सुमन का विवाह विदिशा में ही रहने वाले रोहन और प्रशांत यादव के साथ तय हुआ है। राधा का विवाह रायसेन जिले की बरेली तहसील के रहने वाले सोनू मेहरा के साथ हो रहा है।
'बेटियों के जाने से घर में सूनापन होगा'
दत्तक बेटियों के विवाह को लेकर सीएम और उनकी पत्नी बेहद खुश हैं। सीएम ने कहा है कि आज का दिन उनके लिए एक पिता के रूप में सौभाग्य का दिन है। सीएम ने अपने ट्वीट में लिखा कि 'आज एक पिता के रूप में मेरे लिए सौभाग्य का दिन है। हमारी तीनों बेटियां कुछ समय में बाबुल के घर से विदा होकर अपने नये जीवन में प्रवेश करेंगी। बेटियों के जाने से घर में जो सूनापन होगा, उसको सोचकर मन में थोड़ी उथल-पुथल है, साथ ही पिता के कर्तव्य को पूर्ण करने का संतोष भी है। बेटियों के सुखद भविष्य के लिए मंगल कामना करता हूं।' साथ ही उन्होंने अपनी पत्नी के बारे में लिखा है कि 'साधना जी भी बेटियों के विवाह की तैयारियों में पूरी तन्मयता से जुटी हुई हैं।'