MP Assembly Election 2023: एमपी में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ाइगी सपा, अखिलेश आज नेताओं के साथ करेंगे बड़ी मीटिंग
MP Assembly Election 2023:
MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है। 30 अक्टूबर को नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है। राज्य की दो प्रमुख सियासी पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस लगभग सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ी कर चुकी है। एकाध-दो सीटें ही हैं तो बची हैं। इससे ये भी साफ हो गया है कि कांग्रेस और सपा के बीच सीटों का तालमेल नहीं हो पाया। दोनों पार्टियों के बीच चली भयंकर तकरार के बाद अब सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव आर-पार के मूड में हैं।
सपा मध्य प्रदेश अब हर उन सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़ी करेगी, जहां से उसे जरा भी उम्मीद दिखेगी। अखिलेश यादव ने रविवार को मध्य प्रदेश के नेताओं की एक बडी मीटिंग बुलाई है, जिसमें सीटों पर मंथन होगा। सपा सूत्रों की माने तो एमपी के सियासी रण में पार्टी 50 से अधिक उम्मीदवार उतारने के मूड में है। सपा 33 सीटों पर अपने उम्मीदवार अब तक घोषित कर चुकी है।
एक-दो दिन में उम्मीदवारों की कर दी जाएगी घोषणा
समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि भाजपा से टक्कर सपा ही ले सकती है। वह अकेले दम पर मुकाबला करेगी। उन्होंने कांग्रेस को सपा को अंधेरे में रखने का आरोप लगाया। चौधरी ने कहा कि अब सपा उन सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जो समीकरण के लिहाज से अनुकूल हैं। अखिलेश यादव की अगुवाई में होने वाली आज की मीटिंग में आगामी सूची पर सहमति बन सकती है। जिसे अगले दो-तीन दिनों में जारी कर दिया जाएगा।
बीजेपी-कांग्रेस के असंतुष्टों पर नजर
भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस में जब से टिकट वितरण हुआ है तब से प्रदेशभर में बवाल मचा हुआ है। एक-एक सीट पर कई दावेदार थे। ऐसे में जिन्हें टिकट नहीं मिला है, उन्होंने खुलेआम बगावत का झंडा उठा लिया है और निर्दलीय ताल ठोंकने का ऐलान किया है। समाजवादी पार्टी की नजर इन दोनों ही दलों के वैसे असंतुष्ट नेताओं पर है, जिनका इलाका में अपना जनाधार भी है। पार्टी दूसरे दलों के रूठे नेताओं को मैदान में उतारकर दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियों का चुनावी जायका बिगाड़ना चाहती है। साथ ही ऐसे नेताओं की मदद से भविष्य के लिए एमपी में पार्टी का संगठन खड़ा करने की भी कोशिश करेगी।
2018 में सपा का कैसा रहा था प्रदर्शन
मध्य प्रदेश में सपा का प्रदर्शन वैसा उत्साहजनक नहीं रहा है। 2013 के विधानसभा चुनाव में तो पार्टी का खाता भी नहीं खुला था लेकिन 2018 में सपा का एक उम्मीदवार विधायकी जीतने में सफल रहा। छतरपुर जिले की बिजावर विधानसभा सीट से राजेंद्र शुक्ला सपा के टिकट पर चुनाव जीते थे। हालांकि, 2020 में एमपी में जब बीजेपी की सरकार आई तो उन्होंने पाला बदल दिया। इसके अलावा गत विधानसभा चुनाव में सपा पारसवाड़ा, बालाघाट, पृथ्वीपुर, निवाड़ी और गुढ़ विधानसभा सीटों पर दूसरे नंबर पर रही थी। एमपी में सपा का सबसे बढ़िया प्रदर्शन साल 2003 में रहा था, जब उसके सात विधायक चुनकर आए थे। हालांकि, उसके बाद पार्टी कभी उस नंबर के आसपास भी नहीं पहुंच पाई।
बता दें कि मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को सभी 230 सीटों पर एक चरण में वोट डाले जाएंगे। विधानसभा चुनाव के परिणाम 3 दिसंबर को आएंगे।