MP: कूनो नेशनल पार्क में एक और चीते की मौत
MP: वन विभाग की टीम ने सुबह देखा तो उदय बिमार पड़ा था। इसके बाद इसे इलाज के लिए मेडिकल सेंटर ले जाया गाया। इलाज के दौरान शाम करीब 4 मौत हो गई। इससे पहले मादा चीता की मौत हो चुकी है। मौत की पुष्टि एमपी के मुख्य वन संरक्षक जेएस चौहान ने की।
MP: मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में दक्षिण अफ्रिका से लाए गए एक और चीते की मौत हो गई है। चीते का नाम उदय था। वन विभाग की टीम ने सुबह देखा तो उदय बिमार पड़ा था। इसके बाद इसे इलाज के लिए मेडिकल सेंटर ले जाया गाया। इलाज के दौरान शाम करीब 4 मौत हो गई। इससे पहले मादा चीता की मौत हो चुकी है। मौत की पुष्टि एमपी के मुख्य वन संरक्षक जेएस चौहान ने की। अभी मौत के कारण का पता नही चल पाया है। इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही चल पाएगा। उदय 6 वर्ष का था।
दो महीना पहले 18 फरवरी को क्वारंटीन के बाद लाए गए कुल 12 चीतों में दो की मौत हो चुकी है। सभी चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ा गया था। जहां ये सभी खुद शिकार करते थे। बड़े बाड़े में खरगोश, हिरन, चीतल, जैकाल व अन्य जंली जीव पर्याप्त मात्रा मे हैं।
इससे पहले पिछले महीने पांच साल की नामीबियाई चीता साशा की किडनी में संक्रमण के चलते मौत हो गई थी। वह कूनो नेशनल पार्क में छोड़े गए चीतों के पहले जत्थे का हिस्सा थी और पिछले साल नामीबिया से आई कुल पांच मादा चीतों में से एक थी।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था। दक्षिण अफ्रीका से लाए गए कुल 12 चीतों में से सात नर और पांच मादा चीते थे।
8 नामीबिया और 12 दक्षिण अफ्रीका से लाए थे
8 चीता नामीबिया और 12 दक्षिण अफ्रिका से लाए गए थे, जिसमें से आठ चीतों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन के मौके पर कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था। जबकि दूसरे जत्थे में 12 चीता दक्षिण अफ्रीका से लाए गए थे, जिसमें सात नर और पांच मादा थे।