MP News: इंदौर और उज्जैन से गिरफ्तार PFI नेताओं को एनकाउंटर का डर, जज ने कहा- MP में गाड़ी नहीं पलटती

MP News Today: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर और उज्जैन से गिरफ्तार PFI पदाधिकारियों को एनकाउंटर होने का ख़ौफ़ बना हुआ है। लेकिन इस चिंता को कोर्ट ने पूरी तरह खारिज़ कर दिया।

Newstrack :  Network
Update: 2022-09-24 05:15 GMT

इंदौर और उज्जैन से गिरफ्तार PFI नेताओं को एनकाउंटर का डर: Photo- Social Media

Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के इंदौर और उज्जैन से गिरफ्तार PFI पदाधिकारियों को एनकाउंटर (Encounter rate for leaders) होने का ख़ौफ़ बना हुआ है। उनके वकील ने एनआईए कोर्ट (NIA Court) के समक्ष उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। लेकिन इस चिंता को कोर्ट ने पूरी तरह खारिज़ कर दिया। कोर्ट की तरफ से कहा गया है कि मध्य प्रदेश में पुलिस की गाड़ी नहीं पलटती इस लिए एनकाउंटर होने का डर गलत है।

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश एटीएस (MP ATS) ने शुक्रवार को इंदौर और उज्जैन से गिरफ्तार किए गए पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular Front of India) के 4 पदाधिकारियों को NIA कोर्ट भोपाल में पेश किया। ATS ने रिमांड की मांग करते हुए कहा कि आरोपियों से पूछताछ करनी है और सबूत जुटाने हैं। इनके पास से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, देश विरोधी दस्तावेज और डिजिटल दस्तावेज बरामद हुए हैं। आरोपियों का मकसद समुदाय विशेष के युवाओं को भड़काकर देश में कट्‌टरता पैदा करना था। भारत में इस्लामिक शरिया कानून कायम करने के एजेंडे के तहत यह अभियान में जुटे थे।

चारों आरोपियों कोर्ट ने 30 सितंबर तक रिमांड पर भेजा

ATS की दलीलें सुनने के बाद चारों आरोपियों को कोर्ट ने 30 सितंबर तक रिमांड पर भेज दिया है। अभियुक्तों की तरफ से वरिष्ठ वकील अतहर अली ने रिमांड का विरोध किया। इस दौरान एनआईए कोर्ट में खूब बहस हुई। अतहर अली ने कहा कि हमारे मुवक्किल को किस आरोप में गिरफ्तार किया गया है? ATS के वकील ने जवाब दिया कि देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के सबूत मिले हैं। अली ने आगे पूछा कि रिमांड के दौरान इन्हें कहां रखा जाएगा। इसपर कोर्ट ने कहा कि फिलहाल भोपाल में रखेंगे। लेकिन पूछताछ के लिए जरूरत पड़ी तो बाहर भी जा सकते हैं।

देश में गाड़ी पलट जाती

अली ने उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि देश में गाड़ी पलट जाती हैं। इनके सुरक्षा के क्या इंतजाम रहेंगे। इसपर जज ने मजाकिया लहजे में कहा को अपने प्रदेश में ऐसा नहीं होता, आप बेफिक्र रहिए। सूत्रों की मानें तो एटीएस उन्हें किसी गुप्त स्थान पर रख सकती है। जरूरत पड़ने पर एनआईए इन्हें ट्रांजिट रिमांड मांग कर दिल्ली भी ले जा सकती है।

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