Rewa News: MCU में बताई गई आजादी के अमृत महोत्सव की कहानी
Rewa News: केंद्रीय संचार ब्यूरो भोपाल एवं पत्र सूचना कार्यालय भोपाल के द्वारा आयोजित इस दो दिवसीय प्रदर्शनी का गुरूवार को शुभारंभ हुआ।
Rewa News: आजादी के अमृत महोत्सव पर माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वद्यालय में कार्यशाला एवं चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। रीवा में आयोजित दो दिवसीय मल्टीमीडिया चित्र प्रदर्शनी ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ की थीम पर केंद्रित है। केंद्रीय संचार ब्यूरो भोपाल एवं पत्र सूचना कार्यालय भोपाल के द्वारा आयोजित इस दो दिवसीय प्रदर्शनी का गुरूवार को शुभारंभ हुआ।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर केजी सुरेश के द्वारा फीता काटकर इसका उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा के कुलपति प्रोफेसर राजकुमार आचार्य, पूर्व मंत्री मध्यप्रदेश शासन पुष्पराज सिंह, कलेक्टर मनोज पुष्प, पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन, पत्र सूचना कार्यालय भोपाल के अपर महानिदेशक प्रशांत पाठरावे, विजुअल स्टोरी टेलर जयपुर की डॉ. तबीना अंजुम सहित अन्य लोग उपस्थित रहेl
दूसरे सत्र में हुई वैचारिक संगोष्ठी
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और पत्रकारिता पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें कार्यक्रम के अतिथियों द्वारा माखनलाल चतुर्वेदी जी एवं मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण दीप प्रज्वलन एवं छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना के बाद अतिथियों का स्वागत किया गया। पत्र सूचना कार्यालय भोपाल के एडीजी प्रशांत पाठरावे द्वारा कार्यक्रम की रूपरेखा रखी गई। डॉ. तबीना अंजुम ने अमृत महोत्सव के अवसर पर इस कार्यशाला के महत्व पर अपने विचार रखे। कहा कि पुराने समय के दृश्यों को देखकर आजादी के अमृत महोत्सव की कहानी को आमजन तक पहुंचाने का यह कार्य बहुत ही महत्वपूर्ण हैl
पूर्व मंत्री पुष्पराज सिंह ने आजादी के अमृत महोत्सव पर लगी प्रदर्शनी के बारे में जानकारी दीl प्रोफेसर राजकुमार आचार्य द्वारा इस महोत्सव के बारे में बताया गयाl उन्होंने कहा कि आजादी के वीर सपूतों की कहानी को डिजिटल तरह से बताना बहुत ही अच्छा प्रयास है। राष्ट्रों के इतिहास के बारे में आज के युवा को समझना होगाl अध्यक्षीय उद्बोधन के रूप में MCU भोपाल के कुलपति प्रोफेसर केजी सुरेश ने कहा कि सामान्य तौर पर हम उन वीर सपूतों को जानते हैं, जो काफी विख्यात हैंl लेकिन इस प्रदर्शनी के माध्यम से हम क्षेत्रीय और उन गुमनाम शहीदों वीर सपूतों को करीब से जान रहे हैं, जो हमारे देश को आजाद कराने में कंधे से कन्धा मिलकर चले थेl