2 साल के बच्चे की चांद पर जमीन: चाँद का टुकड़ा खरीदने की कहावत हुई सिद्ध, पिता ने लाडले को दिया ये तोहफा
मध्य प्रदेश के सतना में एक शख्स ने अपने दो साल के बेटे को उसके जन्मदिन पर चाँद पर एक जमीन का टुकड़ा खरीदकर गिफ्ट किया है।
Chand Par Zameen : हर पिता अपने बच्चे को उसके जन्मदिन पर कोई न कोई खास तोहफा देना चाहता है। कुछ पिता तो अपने बच्चों को उनके लिए चाँद तारे तक खरीद लाने का वायदा कर देते हैं। ऐसा ही एक वायदा पूरा किया भारत में रहने वाले एक शख्स ने, चाँद तो नहीं लेकिन हां चाँद पर ज़मीन(Chand Par Zameen) खरीद कर।
पूरा मामला यह है कि हाल ही में मध्य प्रदेश के सतना में एक शख्स ने अपने दो साल के बेटे को उसके जन्मदिन पर चाँद पर एक जमीन (Chand Par Zameen) का टुकड़ा खरीदकर गिफ्ट किया है। चाँद पर ज़मीन ख़रीदने वाले शख्स का नाम अभिलाष मिश्रा (Abhilash Mishra) है जो सतना जिले के भरहुतनगर के रहने वाले हैं और वर्तमान में बैंगलोर स्थित एक कंपनी में रीजनल मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं।
चांद पर जमीन बेचने का काम
ऐसे ही अचानक एक दिन अभिलाष (Abhilash Mishra) को पता चला कि लोग चांद पर जमीन खरीद रहे हैं तो उन्होनें भी चांद पर जमीन खरीदने का फैसला कर लिया। चाँद पर ज़मीन खरीदने का इरादा बनाने के बाद जब अभिलाष ने इसके विषय में इंटरनेट पर सर्च किया तो पता चला कि अमेरिका में एक कंपनी है जो चांद पर जमीन बेचने का काम करती है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में फेमस लूना सोसाइटी इंटरनेशनल नाम की एक कंपनी है जो चांद पर जमीन बेचने का काम करती है। इस जानकरी के उपलब्ध होते ही अभिलाष ने अपने बच्चे के दूसरे जन्मदिन पर उसे चाँद पर ज़मीन गिफ्ट करने की सोच ली।
इसके पश्चात अभिलाष ने ईमेल के जरिए चांद पर जमीन बेचने वाली कंपनी से संपर्क किया तथा कंपनी ने उन्हें बताया कि चांद पर 12 ऐसे स्थान हैं जहां वे अपनी पसंद की जमीन खरीद सकते हैं।
यह जानकारी देने के बाद कंपनी ने अभिलाष को अपनी वेबसाइट पर चांद की 12 ऐसी जगहें दिखाई जहां ज़मीन बिक्री हेतु उपलब्ध है तथा सभी जगहों की कीमत भी अलग-अलग है। दिखाई गई सभी जगहों को देखने और सोच-विचार के बाद अभिलाष ने लूनर आल्प्स में अपने बेटे के नाम पर एक एकड़ जमीन खरीदने का फैसला किया।
इसके लिए अभिलाष ने जमीन की कीमत चुकाई और फिर कंपनी ने रजिस्ट्री, सर्टिफिकेट और उससे जुड़े कुछ दस्तावेज भी भेजे हैं। इसी के साथ ही चाँद का टुकड़ा तोहफे में देने की कहावत भी सिद्ध हो गयी।