Ujjain Rape Case: उज्जैन रेप केस में 72 घंटे में क्या-क्या हुआ? जानें सब कुछ
Ujjain Rape Case: उज्जैन के पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने बताया कि बच्ची का मेडिकल हो गया, जिसमें दुष्कर्म की पुष्टि हो गई है। पीड़िता की हालत गंभीर होने के कारण उसे इंदौर रेफर कर दिया गया है।
Ujjain Rape Case Update: मध्य प्रदेश के उज्जैन में 12 साल की मासूम के साथ हुई दरिंदगी ने पूरे देश को शर्मसार कर दिया है। दरअसल, उज्जैन में 12 वर्षीय मासूम के साथ दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी जाती है, जिसके बाद वह मदद के लिए आठ किलोमीटर तक भटकती रहती है। लेकिन, कोई भी मदद के लिए आगे नहीं आता है। बच्ची अर्धनग्न अवस्था में थी। घटना का खुलासा सीसीटीवी फुटेज के जरिए हुआ। यह घटना बीते (26 सिंतबर) मंगलवार की बताई जा रही है। वहीं, इस घटना के 72 घंटे बीत चुके हैं आइए जानते हैं कि इन 72 घंटों में क्या-क्या हुआ?
खून से लथपथ मिली थी बच्ची
पीड़ित मासूम बच्ची उज्जैन के वडनगर रोड पर मुरलीपुरा से आगे दांडी आश्रम के समीप मिली थी। उसके अंग पर जो भी कपड़े थो वो खून से सने हुए थे। बच्ची करीब आठ किलोमीटर पैदल चली। इस दौरान उसने कई लोगों से मदद की गुहार लगाई। लेकिन, किसी ने बच्ची की मदद नहीं की। इसके बाद बच्ची दांडी आश्रम पहुंची जहां राहुल शर्मा ने पीड़िता से बातचीत की। इसके बाद डायल 100 पर मामले की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया।
बच्ची की मदद करने वाले राहुल शर्मा ने बताया कि उन्होने जब मासूम बच्ची को देखा तो उसके शरीर से खून बह रहा था। उसने नीचे कोई वस्त्र धारण नहीं कर ऱखा था। मैनें उस तन ढकने के लिए कपड़ा दिया। इसके बाद मैनें उस अपना मोबाइल दिया और कहा कि माता पिता का नंबर याद हो तो फोन कर लो। उसकी आंखे सूजी हुई थी। मैनें बच्ची से पूछा कि तुम्हारे माता पिता कहा हैं और तुम किसके साथ यहां आई हो, तुम्हारी यह दुर्दशा किसने की है। लेकिन बच्ची कुछ नहीं बता पाई।
मेडिकल में दुषकर्म की पुष्टि हुई
उज्जैन के पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने बताया कि बच्ची का मेडिकल हो गया, जिसमें दुष्कर्म की पुष्टि हो गई है। पीड़िता की हालत गंभीर होने के कारण उसे इंदौर रेफर कर दिया गया है। उन्होने कहा जांच में पता चला है कि बच्ची सतना की रहने वाली है। वह 23 सितंबर को अपने घर से स्कूल के लिए निकली थी। उसके बाद लापता हो गई, जिले कि जैतवारा पुलिस स्टेशन में 25 सितंबर को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई थी।
इस तरह हुआ मामले का खुलासा
एसपी ने बताया कि पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो उसके हाथ एक ऑटो नंबर हाथ लगा। इस आधार पर पुलिस ने नीलंगाग पुलिस स्टेशन एरिया के शांति नगर के रहने वाले राकेश को हिरासत में ले लिया। राकेश ऑटो चालक है। इसके बाद पुलिस ने 28 सितंबर को चार और चालकों को हिरासत में लिया। ये सभी बच्ची को घुमाए थे। पुलिस की टीम गुरुवार को आरोपियों को लेकर उसी जगह पर पहुंची जहां पर रेप हुआ था। वहां जब पुलिस जांच कर रही था तब आरोपी ने भागने की कोशिश की। पुलिस ने उसका पीछा किया तो इस दौरान टक्कर लगने से आरोपी गिरकर घायल हो गया। इस दौरान दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।
72 घंटे में एक हजार से ज्यादा सीसीटीवी खंगाले गए
एसपी ने बताया कि पुलिस ने जब मामले को लेकर कई लोगों और ऑटो ड्राइवरों से पूछताछ की। इस दौरान पता चला है कि भरत सोनी नाम का ऑटो चालक बच्ची को लेकर गया था। जब भरत से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। एसपी सचिन शर्मा ने कहा कि यह मामला काफी संवेदनशील है। इसे फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाएगा। आरोपियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी। उन्होने कहा कि एसआईटी ने 72 घंटे तक सड़कों, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर लगे एक हजार से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले है। इसके बाद ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जा सका।