Jyotiraditya Scindias New Bungalow: सिंधिया का आलीशान सरकारी बंगला, देखते ही रह जाएंगे
Jyotiraditya Scindia: अब से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का भोपाल में नया पता B-5 श्यामला हिल्स होगा।
Jyotiraditya Scindias New Bungalow: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने नए सरकारी आवास में पूजा-पाठ के बाद सोमवार को गृह-प्रवेश किया। ये सरकारी आवास भोपाल में पावर कॉरिडोर कहे जाने वाले श्यामला हिल्स में है। यहां ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ उनकी पत्नी और उनके बेटे साथ में थे।
ऐसे में अब से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का भोपाल में नया पता B-5 श्यामला हिल्स होगा। बता दें, ज्योतिरादित्य सिंधिया बीते दिन सोमवार को ही एक दिवसीय प्रवास पर भोपाल पहुंचे थे। जिसके बाद वे एयरपोर्ट से सीधे अपने सरकारी आवास गए। जहां पर पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उनका धूमधाम से स्वागत कर गृह प्रवेश कराया।
सरकारी आवास बंगले से कम नहीं
बता दें, ज्योतिरादित्य सिंधिया को ये सरकारी बंगला कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आने के बाद आवंटित किया गया है। इस सरकारी बंगले को ज्योतिरादित्य सिंधिया की पसंद के हिसाब से अंदर से तैयार किया गया है। उनके सरकारी आवास को महल की तरह ही बहुत ही भव्यता से बनाया गया है।
सिंधिया के घर का मुख्य द्वार आकर्षण का केंद्र है। घर के द्वार पर दोनों ओर सिंधिया राजवंश के राज चिन्ह की तर्ज पर नाग की डिजाइन बनाई गई है। जिसकी पीछे ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से नागदेवता घर की रक्षा करते हैं।
भाजपा में शामिल होने के बाद सिंधिया को आवंटित बंगले के बगल वाला बंगला उमा भारती के नाम आवंटित है। जोकि बंगला बी-6 है। ये मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की फायर ब्रांड नेत्री उमा भारती के नाम आवंटित है।
वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया के कट्टर विरोधी माने जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी इस बंगले के पास ही बी-1 में रहते हैं। जबकि श्यामला हिल्स इलाके में ही मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आधिकारिक निवास है। यहीं पास में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का भी बंगला है।
जानकारी देते हुए बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास अभी तक भोपाल में कोई बंगला नहीं था। दरअसल साल 2018 में कमलनाथ सरकार बनने के पहले शिवराज सरकार के समय ही सिंधिया ने भोपाल में बंगले के लिए आवेदन किया था, पर तब से ही उनके आवेदन पर कोई अमल नहीं किया जा सका।