Jhansi News: बांध से पानी छोड़े जाने के कारण यूपी के किसानों की फसल जलमग्न, फाटक खोले जाने की मांग की
MP News: किसानों ने सिंचाई विभाग एवं SDM से बांध के फाटक खोले जाने की मांग की।
Jhansi News: पहाड़ी बांध में मध्य प्रदेश स्थित सुजारा डैम का पानी छोड़े जाने से बढ़ रहे पानी से उत्तर प्रदेश के किसानों की सैकड़ों बीघा खेतों में बोई गई गेहूं, तरबूज, खरबूज की फसलें खराब हो गई। जलमग्न हो जाने से क्षेत्र के किसानों ने सिंचाई विभाग एवं मऊरानीपुर एसडीएम से बांध के दो और फाटक खोले जाने की मांग की है। वही, खकौरा बालू घाट के ठेकेदार द्वारा अपनी मनमानी करने के चलते धसान नदी की जलधारा को अवैध तरीके से रोककर बालू को बगैर फिटपास कराए ट्रकों के माध्यम से मध्य प्रदेश के रास्ते निकाले जाने के लिए बनाया गया। अवैध तरीके से रास्ता भी नदी के पानी में बह गया है।
किसानों ने गेहूं, खरबूज, तरबूज की फसल लगाई
देवरीघाट, पुरवा, घाटकोटरा, कदौरा, भानपुरा, कुअरपुरा, खकौरा, बिरगुआं आदि ग्रामों के किसानों ने बताया कि पहाड़ी बांध के भराव वाले क्षेत्र के ग्रामों के किसानों की लगानी भूमधरी खेती की जमीन होने से किसानों ने गेहूं, खरबूज, तरबूज की सैकड़ों बीघा में फसल लगाई है, जो अब पककर पूरी तरह से तैयार हो गई है। लेकिन तीन दिन पहले मध्य्प्रदेश स्थित सुजारा डैम से धसान नदी के रास्ते अतरित पानी निकाले जाने से पहाड़ी बांध का जलस्तर बढ़ जाने से भराव क्षेत्र में लगी फसलें जलमग्न हो गयी है।
जिससे ग्राम घाटकोटरा के प्रधान प्रतिनिधि हरमुख सिंह परिहार के नेतृत्व में दर्जनों किसानों ने मऊरानीपुर उपजिलाधिकारी का ध्यान इस समस्या की ओर आकर्षित कराया, तो एसडीएम अंकुर श्रीवास्तव ने बताया कि गर्मियों के मौसम में मानक के अनुसार जलस्तर बनाये रखने के लिए बांधो से पानी छोड़े जाने की प्रकिया सामान्य है, लेकिन किसानों की फसलों के नुकसान को देखते हुए प्रशासन मानक के अनुसार पहाड़ी बांध में जलस्तर बनाये रखने का प्रयास रखेगा।
डैम के फाटक खोलने की मांग
वही, पहाड़ी बांध के गेटमैन रगवीर यादव ने बताया कि बांध में अधिक पानी आ जाने से बांध के दो फाटक गुरुवार की रात में खोले गए जिसमें से तीन हजार क्यूसेक पानी की निकासी जारी बनी हुई है। बताते चलें कि मध्यप्रदेश के पलेरा के आगे बने सुजारा डैम के छः फाटक बुधवार को दो दो मीटर खोल दिए गए है जिससे धसान नदी पर बने पहाड़ी बांध का जलस्तर बढ़ गया है।