MP Election 2023 : चुनावी रैली में आपस में भिड़े भाजपा नेता, फाड़े एक दूसरे के कपड़े, जानें वायरल वीडियो का सच
MP Election 2023 : मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव की वोटिंग रखी गई है। चुनाव होने से पहले सोशल मीडिया पर कई तरह की तस्वीर और वीडियो वायरल हो रहे हैं। इन वायरल वीडियो और तस्वीरें के साथ तरह-तरह के दावे भी किए जा रहे हैं। बीते दिनों भी एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें यह कहा गया था कि चुनावी रैली के दौरान भाजपा नेता आपस में भिड़ गए और मारपीट कर एक दूसरे के कपड़े फाड़ दिए।
MP Election 2023 : मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव की वोटिंग रखी गई है। चुनाव होने से पहले सोशल मीडिया पर कई तरह की तस्वीर और वीडियो वायरल हो रहे हैं। इन वायरल वीडियो और तस्वीरें के साथ तरह-तरह के दावे भी किए जा रहे हैं। बीते दिनों भी एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें यह कहा गया था कि चुनावी रैली के दौरान भाजपा नेता आपस में भिड़ गए और मारपीट कर एक दूसरे के कपड़े फाड़ दिए।
वीडियो में क्या?
सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हुआ है उसे एक वेरीफाइड ट्विटर अकाउंट से शेयर किया गया है। यह वीडियो एक रैली के दौरान का है, जिसमें कुछ लोग जीप पर चढ़ने की कोशिश कर रहे होते हैं। तभी जीप पर मौजूद शख्स चढ़ने की कोशिश कर रहे लोगों के साथ धक्का मुक्की करना शुरू कर देता है। धक्का मुक्की से शुरू हुई यह बात इतनी बिगड़ जाती है कि यह मारपीट पर उतारू हो जाते हैं।
वीडियो का फैक्ट चेक
इस रैली में जो धक्का मुक्की हुई है उसमें बीजेपी के झंडों को साफ तौर पर देखा जा सकता है। जिससे पहली बार में किसी को भी लगेगा कि यह मध्य प्रदेश का ही मामला है। लेकिन आपको बता दें कि यह मामला मध्य प्रदेश का नहीं बल्कि उड़ीसा के बालंगीर जिले का है। यहां पर मो माटी मो देश नाम का एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसी प्रोग्राम से जुड़ी एक रैली निकाली जा रही थी और इसी दौरान यह हाथापाई हुई है।
किसके बीच हुई हाथापाई
जानकारी के मुताबिक रैली जब आरटीओ चौराहा से निकल रही थी तो यहां पर भाजपा के स्थानीय नेता अनंत दास और उनके समर्थकों ने प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन समल को बुके देने की कोशिश की। इस बात का वहां मौजूद अन्य नेता गोपाल जी पनीग्राही ने विरोध किया। चलते दोनों स्थानीय नेताओं के बीच विवाद पैदा हो गया और देखते ही देखते ये मारपीट पर उतारू हो गए। दोनों पक्षों के बीच जमकर हाथापाई हुई। सोशल मीडिया पर जो दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो मध्य प्रदेश के भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं का है यह बिल्कुल गलत है क्योंकि यह उड़ीसा का वीडियो है।