महाराष्ट्र: कोरोना से हालात खराब, श्मशान में ऐसे जलाए जा रहे मरीज
बीड जिले में एक अस्थाई श्मशान में एक ही चिता पर कोरोना से जान गंवाने वाले आठ लोगों के शव को एक साथ जलाया गया।
मुंबई: कोरोना वायरस की वजह से महाराष्ट्र में लगातार हालात बिगड़ते जा रहे हैं। देश में महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला राज्य महाराष्ट्र ही हैं। यहां पर आमल ये है कि कोविड-19 मरीजों के अंतिम संस्कार के लिए दाहगृह में जगह भी कम पड़ने लगी है। ऐसा ही हाल देखने को मिला राज्य के बीड जिले में, जहां पर एक अस्थाई श्मशान में एक ही चिता पर कोरोना से जान गंवाने वाले आठ लोगों के शव को एक साथ जलाया गया।
मृतकों की संख्या बढ़ने से खराब होते हालात
आपको बता दें कि अम्बाजोगई कस्बे में स्थित शव दाहगृह में कोरोना मरीजों के शवों के अंतिम संस्कार किए जाने का स्थानीय लोगों द्वारा विरोध करने पर प्रशासन ने एक अस्थाई श्मशान की व्यवस्था की है। लेकिन अब यहां पर भी शवों को जलाने के लिए जगह कम पड़ने लगी है। कोरोना मरीजों के मरने की रफ्तार बढ़ने से यहां पर जगह कम पड़ती जा रही है।
श्मशान का विस्तार करने की योजना
अम्बाजोगई नगर परिषद के प्रमुख अशोक सबाले ने बुधवार को बताया कि अस्थाई श्मशान में भी जगह कम पड़ने के बाद मंगलवार को एक बड़ी चिता बनाकर उस पर एक साथ आठ कोरोना से मरने वालों के शवों का अंतिम संस्कार करना पड़ा। हालांकि शवों के बीच पर्याप्त दूरी रखी गई थी। उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना का संक्रमण बढ़ने से और मौतें होने की आशंका है, ऐसे में अब हम इस अस्थाई श्मशान का विस्तार करने की योजना बना रहे हैं।
बीड में अब तक 28 हजार 491 हुए संक्रमित
अशोक सबाले के मुताबिक, मानसून आने से पहले अस्थाई श्मशान को वाटरप्रूफ भी बनाया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर लोग कोरोना संक्रमितों का इलाज करने के लिए जल्दी आगे आएंगे तो उन्हें बचाया जा सकेगा। जानकारी के लिए आपको बता दें कि बीते मंगलवार को बीड जिले में कोरोना वायरस के 716 नए मामले दर्ज किए गए हैं। जबकि यहां पर 672 मौतें हो चुकी हैं। वहीं, नए संक्रमितों के मिलने के बाद यहां कुल मरीजों की संख्या 28 हजार 491 हो चुकी है।