Maharashtra News: उद्धव के एनडीए में शामिल होने की अटकलों पर बेटे आदित्य ने लगाया विराम, बीजेपी को सुनाई खरी-खरी

Maharashtra News: पोस्ट में आदित्य ठाकरे ने लिखा कि संविधान को बदलने और लोकतंत्र को ख़त्म करने का प्रयास करने वाली भाजपा को देश ने नकार दिया है।

Written By :  Santosh Tiwari
Update: 2024-06-06 15:10 GMT

Aaditya Thackeray(Source: Social Media)

Maharashtra News : लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद एक ओर जहां कयास लगाए जा रहे थे कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (UBT) NDA के साथ मिलकर सरकार बनाएगी तो वहीं दूसरी ओर उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने अपने एक्स अकाउंट से एक बयान जारी कर भाजपा के इन मंसूबों पर पानी फेर दिया है। आदित्य की इस पोस्ट के बाद से महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में हलचल मची हुई है।

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने गुरुवार को सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, संविधान को बदलने और लोकतंत्र को ख़त्म करने का प्रयास करने वाली भाजपा को देश ने नकार दिया है। चुनावों ने यह साबित कर दिया कि देश में अहंकार की कोई जगह नहीं है। आगे उन्होंने कहा कि अहंकार, तानाशाही और लोकतंत्र विरोधी उन ताकतों को देश हर बार ख़ारिज करेगा, जो संविधान की जगह अपनी पार्टी की नीतियां लागू करना चाहेंगी। उन्होंने कहा कि दो बार मिले बहुमत से इस बार मिला 240 सीटों का अल्पमत स्पष्ट रूप से कुशासन और अहंकार की अस्वीकृति है।

महाराष्ट्र विरोधी है भाजपा, इनको जनता ने नकारा

आगे उन्होंने भाजपा पर बेहद बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि हमने देखा है भाजपा ने कैसे हमारे महाराष्ट्र को लूटकर इसकी आर्थिक ताकत और गौरव को कम किया है। महाराष्ट्र विरोधी भाजपा को यहां के मतदाताओं ने नकार दिया। इसी साल मतदाता एक बार फिर यह दोहराएंगे। आगे उन्होंने 'इण्डिया' के कार्यकर्ताओं और मतदाताओं की हौसलाअफजाई करते हुए सभी का आभार जताया साथ ही यह भी कहा की जब तक हम पूरी तरह से नहीं जीत लेते तब तक यह लड़ाई खत्म नहीं होगी।

लोकसभा में अच्छे प्रदर्शन से शिवसेना उत्साहित

लोकसभा 2024 के चुनाव में शिवसेना (UBT) अपने अच्छे प्रदर्शन से उत्साहित नजर आ रही है। गौरतलब है की उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने इस बार का लोकसभा चुनाव शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के महा विकास आघाड़ी (MVA) गठबंधन में लड़ा था। एमवीए गठबंधन महाराष्ट्र की कुल 48 में से 30 लोकसभा सीटें जीतने में कामयाब रहा है। हालाँकि अभी एमवीए की चुनौती ख़त्म नहीं हुई है। इसी वर्ष के अंत तक महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन चुनावों में अच्छा प्रदर्शन कर राज्य में सरकार बनाने के बाद ही एमवीए को चुनौतियों से निजात मिलेगी। 

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