Maharashtra News: शिवसेना ने महाराष्ट्र सरकार से निकलने की दी धमकी, एनसीपी नेताओं के बीजेपी में आने की अटकलों से नाराज
Maharashtra News: महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ सरकार चला रही शिवसेना ने दो टूक कह दिया है कि उसे एनसीपी नेताओं का बीजेपी में आना हरगिज मंजूर नहीं है। शिवसेना प्रवक्ता संजय थिरसाट ने कहा कि अगर अजीत पवार एनसीपी नेताओं के साथ बीजेपी में शामिल हुए तो एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना महाराष्ट्र सरकार का हिस्सा नहीं होगी।
Maharashtra News: महाराष्ट्र की राजनीति में एकबार फिर उठापटक शुरू हो गई है। अब की बार पूर्व केंद्रीय मंत्री और विपक्षी नेता शरद पवार के खेमे में खलबली मची हुई है। सियासी हलकों में अटकलें हैं कि उनके भतीजे और पूर्व डिप्टी सीएम अजीत पवार किसी भी वक्त अपने समर्थक एनसीपी नेताओं के साथ बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। इन कयासों को लेकर जहां विपक्षी खेमे में बेचैनी तो है ही सत्तारूढ़ खेमा भी इसे लेकर खुश नहीं है।
महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ सरकार चला रही शिवसेना ने दो टूक कह दिया है कि उसे एनसीपी नेताओं का बीजेपी आना हरगिज मंजूर नहीं है। शिवसेना प्रवक्ता संजय थिरसाट ने कहा कि अगर अजीत पवार एनसीपी नेताओं के साथ बीजेपी में शामिल हुए तो एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना महाराष्ट्र सरकार का हिस्सा नहीं होगी। मंगलवार को मुंबई में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने एनसीपी को विश्वासघात करने वाली पार्टी बता दिया।
कांग्रेस-एनसीपी के चलते उद्धव का साथ छोड़ा
शिवसेना शिंदे गुट के नेता संजय थिरसाट ने कहा कि हमने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पूर्व अविभाजित शिवसेना से निकलने का फैसला इसलिए किया था क्योंकि लोगों को हमारा कांग्रेस और एनसीपी के साथ जाना पसंद नहीं आया था। ऐसे में अगर भाजपा एनसीपी को साथ लेती है तो महाराष्ट्र इसे भी पसंद नहीं करेगा।
संजय थिरसाट ने आगे कहा कि अजीत पवार अब एनसीपी में रहना नहीं चाहते हैं। उनके पास वहां फ्री हैंड नहीं है। इसलिए अगर वह एनसीपी छोड़कर भाजपा में शामिल होते हैं तब हम उनका स्वागत करेंगे। यदि वह एनसीपी नेताओं के समूह के साथ आएंगे तो हम सरकार में नहीं रहेंगे। थिरसाट ने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि हमने कांग्रेस-एनसीपी को छोड़ दिया क्योंकि हम उनके साथ नहीं रहना चाहते थे।
थिरसाट ने बताया क्यों नाराज हैं अजित पवार ?
शिवसेना शिंदे गुट के प्रवक्ता संजय थिरसाट ने बताया कि अजीत पवार इसलिए नाराज हैं क्योंकि लोकसभा चुनाव में उनके बेटे पार्थ पवार मावल सीट से हार गए थे। उनकी नाराजगी का संबंध सुप्रीम कोर्ट में लंबित शिवसेना के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने की याचिका से नहीं है। बता दें कि पिछले साल जून में शिवसेना में हुई एक बड़ी बगावत के बाद महाविकास अघाड़ी की सरकार चली गई थी।
वहीं तकरीबन 10 माह बाद अब सहयोगी एनसीपी में भी ऐसी ही एक बगावत की खूब चर्चा हो रही है। अजीत पवार ने हाल में कई मौकों पर पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की है। इसके अलावा वह 2019 में महज थोड़े समय के लिए देवेंद्र फडनवीस के डिप्टी के तौर पर भी काम कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि एनसीपी में शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले और उनके भतीजे अजीत पवार के बीच राजनीतिक विरासत को लेकर एक अघोषित लड़ाई चल रही है।