Hanuman Chalisa Row: नवनीत राणा को बॉम्बे HC से फटकार, कहा आप अपनी जिम्मेदारी समझें

Hanuman Chalisa Row: निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा को होईकोर्ट ने जमकर फटकारा है। अदालत का कहना है कि जिम्मेदार व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी का अहसास होना चाहिए।

Published By :  Shreya
Update:2022-04-25 18:15 IST

बॉम्बे HC-नवनीत राणा (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Hanuman Chalisa Row: महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) को लेकर मचे घमासान के बीच निर्दलीय सांसद नवनीत राणा (Navneet Kaur Rana) और उनके पति रवि राणा (Ravi Rana) को होईकोर्ट (High Court) ने राहत नहीं मिली है। राणा दंपत्ति ने अपने खिलाफ दायर मुकदमे को खारिज करने के लिए यह याचिका दाखिल की थी।

हाईकोर्ट ने में राणा की तरफ से वरिष्ठ वकील रिजवान मर्चेंट ने पक्ष रखा। जिसके बाद सरकारी वकील का पक्ष सुन कर हाईकोर्ट ने राणा दंपत्ति को फटकार लगाते हुए उनकी याचिका खारिज कर दी है। राणा दंपत्ति के वकील ने हाईकोर्ट से राहत नहीं मिलने पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) जाने की बात कही है।

हाईकोर्ट ने लगाई फटकार

रविवार को गिरफ्तारी के बाद नवनीत राणा और रवि राणा ने राहत के लिए हाईकोर्ट का रुख किया था लेकिन उन्हें राहत तो नहीं दी बल्कि जमकर फटकार मिली। हाईकोर्ट ने कहा क‍ि दूसरे एफआईआर में गिरफ़्तार करने से पहले दोनों को 72 घंटे पहले नोटिस देना होगा।

अदालत ने कहा आप ऐसे कैसे किसी के घर के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते हैं। यह किसी की व्यक्तिगत स्वतंत्रता का हनन है। उनके ऐसा करने से कानून-व्यवस्था की समस्‍या पैदा हो गयी थी। हाईकोर्ट ने कहा आप लोग एक जन प्रतिनिधि हैं इसलिए जवाबदारी भी बड़ी है। इसलिए किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी का अहसास होना चाहिए।

नवनीति राणा ने लोकसभा अध्यक्ष को लिखा पत्र

अमरावती की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने जेल में पुलिस के अपमानजनक बर्ताव को लेकर स्पीकर ओम बिरला को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने चिट्ठी में कहा, मुझे पानी पीने जैसे बुनियादी अधिकरों से सिर्फ इस आधार पर वंचित किया गया क्योंकि मैं अनुसूचित जाति (नीची जात) से हूं। इसके अलावा, जब मैं रात को बाथरूम का प्रयोग करना चाहती थी, तो पुलिसवालों ने मेरी मांगों पर ध्यान नहीं दिया। मुझे फिर से सबसे गंदी भाषा में गाली दी गई, मुझे बताया गया कि हम नीची जाति यानि अनुसूचित जाति के लोगों को अपने बाथरूम का प्रयोग नहीं करने देते हैं। जिसके बाद लोकसभा सचिवालय ने 24 घंटे में रिपोर्ट तलब की है।

क्या है मामला?

बता दें महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा का मुद्दा सबसे पहले मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने उठाया था। जिसके बाद इस विवाद में नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा भी कूद पड़े। राणा दंपत्ति ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से यह मांग की थी कि वह हनुमान जयंती के मौके पर हनुमान चालीसा का पाठ अपने घर में करें। उन्होंने कहा था कि अगर ऐसा नहीं होगा तो खुद मातोश्री आकर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। इसके बाद 22 अप्रैल को राणा पति-पत्नी अमरावती से मुंबई पहुंचे।

शनिवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करने की कोशिश की। हालांकि जब यह बात शिवसैनिकों को पता लगी तो भारी संख्या में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने राणा परिवार के खार स्थित घर पर डेरा जमा लिया था। जिसके बाद से इलाके में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। शिवसैनिकों पर उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके घर पर हमला किये। फिलहाल अब राणा दंपत्ति हाईकोर्ट से राहत नहीं मिलने पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।

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