Maharashtra News: सत्तारूढ़ महायुति में खटपट,उपेक्षा से नाराज हैं डिप्टी सीएम शिंदे,विवाद सुलझाने की अमित शाह की कोशिश
Maharashtra News: महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति में सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के महाराष्ट्र दौरे से यह बात पूरी तरह साफ हो गई है।;
सत्तारूढ़ महायुति में खटपट,उपेक्षा से नाराज हैं डिप्टी सीएम शिंदे,विवाद सुलझाने की अमित शाह की कोशिश (social media)
Maharashtra News: महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति में सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के महाराष्ट्र दौरे से यह बात पूरी तरह साफ हो गई है। जानकारों के मुताबिक इस दौरे के दौरान महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और शिंदे सेना के प्रमुख एकनाथ शिंदे ने गृह मंत्री शाह से गठबंधन में अपने साथ हो रहे व्यवहार की शिकायत की थी।
उन्होंने खुद को और अपनी पार्टी को साइडलाइन किए जाने का आरोप भी लगाया था। इसे लेकर शाह ने शिंदे के साथ बंद कमरे में बातचीत भी की थी। हालांकि शिंदे ने महाराष्ट्र के गठबंधन सरकार में किसी भी प्रकार के विवाद से इनकार किया है। उनकी पार्टी की ओर से भी इस विवाद के संबंध में कोई बयान नहीं जारी किया गया है।
शाह के साथ शिंदे की बैठक में उठा मुद्दा
गृह मंत्री अमित शाह की मुंबई यात्रा के दौरान रविवार को शिंदे और शाह के बीच अचानक बैठक हुई। एक अंग्रेजी अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक शिंदे का कहना था कि भारतीय जनता पार्टी और एनसीपी की ओर से उन्हें और उनकी पार्टी को दरकिनार किया जा रहा है। शिकायत के बाद गृह मंत्री शाह ने शिंदे का पक्ष सुना और उनका दुख-दर्द दूर करने की कोशिश की। भाजपा के नेता का कहना है कि यह बैठक अचानक हुई और इस बैठक के कारण शाह विलंब से मुंबई से रवाना हो सके।
इससे पहले शुक्रवार को भी शिंदे और शाह के बीच बंद कमरे में बातचीत हुई थी। यह मीटिंग शाह के महाराष्ट्र दौरे पर पहुंचने के तुरंत बाद हुई थी। इसके बाद शनिवार को भी शिंदे और शाह की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी और इस बैठक के दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और एनसीपी के नेता और डिप्टी सीएम अजित पवार भी मौजूद थे।
इन मुद्दों को लेकर बढ़ी नाराजगी
जानकार सूत्रों का कहना है कि इन बैठकों के दौरान शिंदे ने मुख्यमंत्री,डिप्टी सीएम अजित पवार और उनके बीच बढ़ती खींचतान की शिकायत की। रायगढ़ और नासिक के प्रभारी मंत्रियों को लेकर अभी तक फैसला नहीं हो सका है और इस मुद्दे को लेकर शिवसेना खफा है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से पार्टी के मंत्रियों के कामकाज में दखल और फंड मिलने में हो रही देरी को लेकर भी पार्टी नाराज है।
शिंदे की शिवसेना के एक नेता का कहना है कि सरकार में गठबंधन के साथियों की ओर से पार्टी नेताओं के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया जा रहा है जिसे लेकर शिंदे नाराज हैं। शिवसेना से कम सीटें होने के बावजूद एनसीपी को ज्यादा महत्व दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बजट आवंटन से लेकर विधायी नियुक्तियों तक में पार्टी के साथ उचित व्यवहार नहीं हो रहा है। शिवसेना नेताओं की फंडिंग से जुड़ी फाइलें लटकी हुई हैं और निगमों में नियुक्तियों को लेकर भी हमारी अनदेखी की जा रही है।
शिकायत के बाद अटकलों को किया खारिज
शिंदे ने अपने साथ हो रहे व्यवहार को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से शिकायत जरूर की मगर मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने महायुति में दरार पड़ने की अटकलों को पूरी तरह खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि गठबंधन में सबकुछ ठीक-ठाक चल रहा है और अगर कोई मुद्दा होगा तो उसे बातचीत के जरिए सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि महायुति में कलह जैसी कोई बात नहीं है और सबकुछ ठीक-ठाक चल रहा है। दूसरी ओर जानकारों का कहना है कि दावे के विपरीत सत्तारूढ़ गठबंधन में खींचतान की स्थिति बनी हुई है।