Congress: राज्यसभा की उम्मीदवारी को लेकर महाराष्ट्र कांग्रेस में बवाल, आशीषराव देशमुख ने दिया इस्तीफा
Congress: महाराष्ट्र से इमरान प्रतापगढ़ी को राज्यसभा भेजने का फैसला महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं के गले नहीं उतर रहा है। आशीषराव देशमुख ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
Mumbai: राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Election 2022) के लिए उम्मीदवारों के ऐलान के बाद कांग्रेस के अंदर घमासान शुरू हो गया है। पार्टी के कई दिग्गज नेता आलाकमान के फैसले पर सार्वजनिक रूप से नाराजगी जाहिर करने लगे हैं। सबसे अधिक बवाल उत्तर प्रदेश से आने वाले कांग्रेस नेता और शायर इमरान प्रतापगढ़ी (Imran Pratapgarhi) को लेकर है।
महाराष्ट्र से उन्हें राज्यसभा भेजने का फैसला महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं के गले नहीं उतर रहा है। शीर्ष नेतृत्व के इस फैसले के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कांग्रेस के महाराष्ट्र ईकाई के महासचिव आशीषराव देशमुख (Ashishrao Deshmukh) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय- देशमुख
कांग्रेस नेता देशमुख ने आलाकमान पर बरसते हुए कहा कि महाराष्ट्र पर उत्तर प्रदेश के नेताओं को थोपा जा रहा है, जो कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय है। उन्होंने कहा कि बाहरी नेताओं को दूसरे राज्य में थोपना पार्टी के विकास के लिए फायदेमंद नहीं है। यह महाराष्ट्र के आम कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ भेदभाव है। हालांकि आशीष देशमुख ने पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है और कहा कि वह पार्टी के वफादार कार्यकर्ता के तौर पर काम करते रहेंगे।
इमरान प्रतापगढ़ी का हो रहा भारी विरोध
अपने शेरों–शायरी से बीजेपी पर निशाना साधने वाले इमरान प्रतापगढ़ी गांधी परिवार के काफी करीबी माने जाते हैं। यही वजह है कि बीते लोकसभा चुनाव में 6 लाख के भारी अंतर से हारने के बाद भी उन्हें पार्टी में लगातार मौके दिए जाते रहे हैं। लेकिन उनका महाराष्ट्र से राज्यसभा जाना कांग्रेस के एक तबके को बहुत नागवार गुजरा है।
एआईसीसी के सदस्य विश्वबंधु राय ने कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी (Congress President Sonia Gandhi) को खत लिख इसे लेकर सख्त ऐतराज जताया है। राय ने लिखा कि नगर निगम का चुनाव तक नहीं जीतने वाले शख्स को पार्टी ने पहले अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद सौंप दिया और अब इन्हें राज्यसभा भेजा रहा है।
बता दें कि कांग्रेस राज्यसभा चुनाव के लिए 10 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुकी है। पार्टी ने राजस्थान, छत्तीसढ़ और महाराष्ट्र से एक भी स्थानीय नेता को उम्मीदवार नहीं बनाया है, जिसके कारण इन राज्यों के नेताओं में भारी असंतोष है।