ED Raid: अनिल देशमुख पर ईडी ने फिर कसा शिकंजा, नागपुर के ठिकानों पर मारा छापा

ED Raid: ईडी ने महाराष्‍ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के नागपुर के वड़वीरा गांव के पुराने घर पर छापेमारी की है।

Newstrack :  Network
Published By :  Chitra Singh
Update: 2021-07-18 07:12 GMT

ED Raid: महाराष्‍ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने एक बार फिर से छापेमारी की है। बताया जा रहा है कि ईडी ने अनिल देशमुख के नागपुर के वड़वीरा गांव के पुराने घर पर छापेमारी की है।

जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित भ्रष्टाचार के एक मामले में नागपुर में राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की दो संपत्तियों पर छापेमारी की है। यह छापेमारी पीएमएलए (PMLA) के तहत की गई है। अधिकारियों ने बताया है कि नागपुर के वड़वीरा गांव में अनिल देशमुख की पुश्तैनी जमीन और घर है, जहां ईडी की टीम ने छापेमारी की है।

कुछ दिन पहले ही ईडी ने जब्त की थी 4.20 करोड़ रुपये की संपत्ति

आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले ही ईडी ने महाराष्‍ट्र के पूर्व गृह मंत्री और एनसीपी नेता अनिल देशमुख (NCP Leader Anil Deshmukh) की 4.20 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी। ईडी ने यह कार्रवाई पीएमएलए (PMLA) के तहत की। इसके तहत ईडी ने अनिल देशमुख, उनकी पत्नी आरती देशमुख (Aarti Deshmukh) और कंपनी प्रीमियर पोर्ट लिंक्स प्रा. लि. (Premier Port Lynx Pvt. Ltd.) की कुल 4.40 करोड़ रुपए की संपति जब्त की। जब्त की गई संपति में एक रेजिडेंशियल फ्लैट (Residential Flat) भी शामिल था। इस फ्लैट की कीमत लगभग 1.54 करोड़ रुपए थी।

इसके अलावा उनकी एक जमीन राजस्थान में भी थी, जिसे ईडी ने जब्त किया है। पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का गलत इस्तेमाल किया है। इस पद पर रहते हुए उन्होंने कई बड़े लाभ लेने की कोशिश की।

वहीं ईडी ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया था, "ईडी ने भ्रष्टाचार के एक मामले में पीएमएलए के तहत अनिल देशमुख और उनके परिवार की 4.20 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति कुर्क की है। कुर्क की गई संपति में एक आवासी फ्लैट भी है, जिसकी कीमत 1.54 करोड़ रुपए है। यह फ्लैट मुंबई के वर्ली क्षेत्र में स्थित है। वहीं महाराष्ट्र के रायगढ़ में स्थित उड़ान गांव में 2.67 करोड़ रुपए की संपति को कुर्क किया गया है।"

ये है मामला

बताते चलें कि मुंबई मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी को सूचना मिली की अनिल देशमुख गृह मंत्री के पद पर रहते हुए सहायक पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाजे (Sachin Vaze) की मदद से ऑर्केस्ट्रा बार से 4.70 करोड़ रुपए रिश्वत ली थी। जब मामले की जांच हुई तो पता चला की अनिल देशमुख ने वर्ली में एक फ्लैट लिया है, जो उनकी पत्नी के नाम पर रेजिस्टर्ड है। उस फ्लैट की पेमेंट भी उन्होंने कैश में की थी। अनिल देशमुख ने गृह मंत्री के पद पर रहते हुए फरवरी 2020 में इसका बैनामा (Sale Deed) किया। वहीं ईडी को कंपनी प्रीमियर पोर्ट लिंक्स प्रा. लि. (Premier Port Lynx Pvt. Ltd.) के बारे में जानकारी मिली। ईडी को पता चला कि इस कंपनी में अनिल देशमुख के फैमिली का 50 प्रतिशत हिस्सेदारी है। फिलहाल ईडी इस मामले पर और जांच कर रही है।

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