Goa Election 2022: गोवा चुनाव में भाव न मिलने पर शिवसेना खफा, राउत की चेतावनी- राज्य में 10 सीटें भी नहीं पाएगी कांग्रेस
Goa Election 2022: कांग्रेस के रवैए से नाराज शिवसेना ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। शिवसेना नेता संजय राउत ने कांग्रेस को घेरते हुए बड़ी बात कह डाली है।
Goa Election 2022: महाराष्ट्र में मिलकर सरकार चलाने वाली कांग्रेस और शिवसेना के बीच गोवा विधानसभा चुनाव को लेकर पटरी नहीं बैठ रही है। गोवा के चुनाव में कांग्रेस ने अलग राह चुन रखी है जिसे लेकर शिवसेना काफी खफा है। कांग्रेस की ओर से शिवसेना को कोई महत्व नहीं दिया जा रहा है। राज्य में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए कांग्रेस छोटे दलों के साथ गठबंधन करने में जुटी हुई है।
कांग्रेस के रवैए से नाराज शिवसेना ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। शिवसेना नेता संजय राउत ने कांग्रेस को घेरते हुए बड़ी बात कह डाली है। उन्होंने चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि यदि कांग्रेस अपने दम पर गोवा के चुनाव मैदान में उतरी तो वह सिंगल डिजिट से आगे नहीं बढ़ पाएगी। राउत ने कहा कि कांग्रेस को गोवा के चुनाव के संबंध में कोई गलतफहमी नहीं पालनी चाहिए।
सहयोगियों के लिए 10 सीटों की मांग
राउत ने कहा कि गोवा के चुनाव में गठबंधन के लिए हमारी कांग्रेस नेताओं के साथ बातचीत हुई थी। शिवसेना की ओर से कहा गया था कि राज्य विधानसभा के 40 में से 30 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस को अपने प्रत्याशी उतारने चाहिए जबकि बाकी 10 सीटें सहयोगियों के लिए छोड़ देनी चाहिए। राज्य में 10 विधानसभा सीटें ऐसी हैं जहां कांग्रेस 50 वर्षों के दौरान कभी जीत नहीं हासिल कर सकी। इन सीटों को शिवसेना, एनसीपी और गोवा फॉरवर्ड पार्टी जैसे दलों के लिए छोड़ा जा सकता है।
स्थानीय नेतृत्व पक्ष में नहीं
राउत ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी गोवा में गठबंधन किए जाने के पक्ष में थे मगर कांग्रेस के स्थानीय नेतृत्व का नजरिया पूरी तरह अलग है। ऐसे में हमारा मानना है कि कांग्रेस को किसी भ्रम में नहीं रहना चाहिए। यदि पार्टी ने अपने दम पर चुनाव लड़ने का फैसला किया तो पार्टी का बुरा हश्र होना तय है।
उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में कांग्रेस सिंगल डिजिट से आगे बढ़ती नहीं दिख रही है। शिवसेना की ओर से कठिन समय में कांग्रेस को समर्थन देने के लिए हाथ बढ़ाया गया था मगर हमें इस बात की जानकारी नहीं है कि कांग्रेस चुनाव को लेकर क्या योजना बना रही है।
गोवा में कांग्रेस के सामने कड़ी चुनौती
गोवा में सत्ता पर 10 वर्षों से भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है। कांग्रेस इस बार भाजपा को सत्ता से बेदखल करके सरकार बनाने के लिए बेचैन है मगर राज्य में इस बार कड़ा चुनावी मुकाबला माना जा रहा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई में तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भी इस बार के चुनाव में पूरा जोर लगा रखा है। पहले तृणमूल कांग्रेस से कांग्रेस के गठबंधन की चर्चा थी मगर ममता के हमलावर रवैए के कारण यह गठबंधन होता नहीं दिख रहा है।
अब शिवसेना और एनसीपी भी कांग्रेस के रवैए से नाराज बताई जा रही है। ऐसे में कांग्रेस के लिए गोवा का विधानसभा चुनाव काफी चुनौतीपूर्ण होने की संभावना है। विदेश दौरे से लौटने के बाद राहुल गांधी ने गोवा के नेताओं के साथ चुनाव पर चर्चा की है। कांग्रेस की ओर से अभी तक रणनीति का पूरी तरह खुलासा नहीं किया गया है।