कस्टम ने दुबई से तस्करी कर लाए गए सैकड़ों लैपटॉप व सीपीयू जब्त किए
Mumbai News: मुंबई में कस्टम विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सोमवार को तस्करी कर लाए गए करीब 46 सौ पुराने और इस्तेमाल किए गए लैपटॉप बरामद किए हैं। साथ ही बड़ी मात्रा में सीपीयू की बरामदगी भी हुई है।
Mumbai News: मुंबई में कस्टम विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सोमवार को तस्करी कर लाए गए करीब 46 सौ पुराने और इस्तेमाल किए गए लैपटॉप बरामद किए हैं। साथ ही बड़ी मात्रा में सीपीयू की बरामदगी भी हुई है। स्पेशल ब्रांच के अधिकारियों ने इम्पोर्टिंग कम्पनी के मालिक और पूरी तस्कर को अंजाम देने वाले हांगकांग निवासी मास्टरमाइंड को भी हिरासत में लिया है। स्पेशल ब्रांच से मिले इनपुट के आधार पर की गई इस कार्रवाई को कस्टम विभाग अपनी बड़ी उपलब्धि मान रहा है।
तस्करी कर लाए गए लैपटॉप और सीपीयू
कस्टम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक दुबई से तस्करी कर के करीब 4600 लैपटॉप और 1500 सीपीयू लाए गए थे। भारत में इन्हें कम कीमतों पर चोरी छिपे बेच दिया जाता। इनमें डेल, एचपी, लेनेवो समेत कई अन्य बड़े ब्रांड्स के इलेक्ट्रॉनिक आइटम शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि बरामद किए गए कुल सामान की कीमत 4.11 करोड़ से अधिक है। इसके साथ ही कस्टम ने 27.37 लाख कैश भी बरामद किया है। फ़िलहाल मामले में तहकीकात चल रही है। यह कार्रवाई मुंबई स्थित जवाहर लाल नेहरू कस्टम हाउस की स्पेशल इंटेलिजेन्स एन्ड इन्वेस्टीगेशन ब्रांच ने की है।
दिल्ली से भी सैकड़ों लैपटॉप बरामद
मुंबई में हुई कार्रवाई के दौरान स्पेशल ब्रांच के अधिकारियों को तस्करी कर लाए गए उपकरणों की एक बड़ी खेप दिल्ली में भी होने की सूचना प्राप्त हुई। इसके आधार पर उन्होंने दिल्ली में तैनात विभागीय अफसरों से संपर्क किया और उन्हें इस बात की जानकारी दी। सूचना पर कार्रवाई करते हुए टीम ने दिल्ली एयर कारगो में छापेमारी की जहाँ से 2100 लैपटॉप बरामद किए गए।
कई राज्यों में फैले हैं तस्करी के तार
विभागीय सूत्रों की मानें तो तस्करी का सारा नेटवर्क दुबई से संचालित हो रहा है। इसके तार भारत के कई राज्यों में फैले हैं। तटीय और अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं से सटे राज्यों में भी तस्करी का नेटवर्क काफी अंदर तक फैला है। कस्टम अधिकारी इस बरामदगी के बाद पूरे नेटवर्क की तलाश में जुटे हुए हैं। आपको बताते चलें कि सीमा शुल्क अदा करने से बचने के लिए तस्कर चोरी छिपे तमाम सामान भारत लाते हैं और बेहद काम दामों में सारा सामान भारतीय बाज़ारों में चोरी से बेच देते हैं।