Maharashtra: महाराष्ट्र राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के पद छोड़ने की इच्छा के बीच कई राज्यपालों के बदलने की अटकलें तेज
Maharashtra: छत्रपति शिवाजी महराज पर विवादित बयान देकर महाराष्ट्र के राज्यपाल चौतरफा घिर गए हैं। माना जा रहा है कि चौतरफा घिरने के कारण राज्यपाल इस्तीफा देने का मन बना रहे हैं।
Maharashtra: महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने गवर्नर का पद छोड़ने की इच्छा जाहिर की है। अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले राज्यपाल कोश्यारी अपने गृह राज्य उत्तराखंड लौटना चाहते हैं। पिछले दिनों एक कार्यक्रम में कोश्यारी ने छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर विवादित बयान दिया जिस से महाराष्ट्र में राजनीतिक भूचाल आ गया था। छत्रपति शिवाजी महाराज के ख़िलाफ़ की गयी बयान बाज़ी राज्यपाल के गले की हड्डी बन गयी जिस कारण राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी अपना पद छोड़ना चाहते है।
छत्रपति शिवाजी महराज पर विवादित बयान देकर महाराष्ट्र के राज्यपाल चौतरफा घिर गए हैं। माना जा रहा है कि चौतरफा घिरने के कारण राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी इस्तीफा देने का मन बना रहे हैं। बता दें कि शिवाजी पर दिए गए बयान से कोश्यारी की खूब फजीहत हो रही है। विपक्ष भी राज्यपाल से अपने पद से हटने की मांग कर रहा है। कोश्यारी के बयान के खिलाफ राज्य भर में विरोध प्रदर्शन भी किए जा रहे हैं।
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने क्या बोला
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि जब हम पढ़ते थे, मिडिल स्कूल में, हाईस्कूल में तो उस समय हमारे टीचर हमसे पूछते थे कि आपका पसंदीदा नेता कौन है, हम लोग उस समय अपने हिसाब से जवाब देते थे। जिसे सुभासचंद्र बोस अच्छे लगे, जिसे जवाहर लाल नेहरु अच्छे लगे, या जिसे महात्मा गांधी अच्छे लगते थे। उन्हे अपना हीरो बताते थे। लेकिन मुझे लगता है कि यदि अगर कोई आपसे पूछे 'हू इज योर आइकन, हू इज योर फेवरिट हीरो' तो आपको बाहर जाने की कोई आवश्यकता नहीं है। यहीं महाराष्ट्र में आपको मिल जाएंगे। कोश्यारी ने आगे कहा था कि शिवाजी तो पुराने युग की बात हैं मैं नए युग की बात बोल रहा हूं, यहीं मिल जाएंगे आपको आपके आइकन डा. भीमराव आंबेडकर से लेकर नितिन गडकरी तक।
बता दें कि भगत सिंह कोश्यारी के बयान से विपक्ष ही नहीं बल्कि भाजपा नेता भी नाराज हैं। छत्रपति शिवाजी महराज के वंशज छत्रपति उदयनराज भोसले जो भाजपा के राज्यसभा सदस्य हैं उन्होने भी चेतावनी दी थी कि यदि अगर राज्यपाल नहीं हटे तो महाराष्ट्र में जहां कहीं भी राज्यपाल का कार्यक्रम होगा वहां हंगामा होना निश्चित है। छत्रपति महराज के दूसरे वंशज संभाजी महाराज ने केंद्र सरकार को 4 दिन का अल्टीमेटम देते हुए राज्यपाल को4 दिन में हटाने की मांग की अल्टीमेटम पूरा हुआ, लेकिन राज्यपाल नहीं हटे। जिसके बाद छत्रपति संभाजी ने ट्वीट कर कहा राज्यपाल को नहीं हटाया गया शिवप्रेमियों की भावना सरकार समझ नहीं रही अब आंदोलन होगा।
गौरतलब है कि कई राज्यों के राज्यपालों को बदलने की उम्मीद जतायी जा रही है। हलांकि अभी इस प्रकार की कोई घोषणा नहीं की गई है, लेकिन माना जा रहा जिन राज्यापालों की उम्र 80 के पार हो गई है उनकी जगह पर नये राज्यपाल की नियुक्ति की जाएगी। यदि अगर ऐसा होता है तो कई राज्यों को नये राज्यपाल मिल जाएंगे।
पश्चिम बंगाल में जल्द ही नियुक्त हुए हैं नए राज्यपाल
पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ के अगस्त महीने में भारत के उपराष्ट्रपति चुने जाने के बाद राज्य में राज्यपाल का पद कई महीने से खाली था। हालांकि 17 नवंबर को राष्ट्रपति भवन की ओर से नये राज्यपाल की घोषणा कर दी गई थी। डॉ. आनंद बोस को पश्चिम बंगाल का नया राज्यपाल नियुक्ति किया गया है। जो वर्तमान नें मेघालय सरकार के सलाहकार थे।