Maharashtra New Controversy: महाराष्ट्र में कांग्रेसी सीएम की बात पर नया विवाद, वरिष्ठ नेता के बयान पर शिवसेना बिफरीं

महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले के बाद अब पार्टी के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण के बयान पर भी विवाद खड़ा हो गया है। चव्हाण ने अगले चुनाव के बाद कांग्रेस का मुख्यमंत्री बनने की बात कही है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Shashi kant gautam
Update:2021-06-22 14:51 IST

महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले और वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण: डिजाईन फोटो- सोशल मीडिया  

Maharashtra New Controversy: महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन में शामिल कांग्रेस और शिवसेना के बीच खींचतान लगातार बढ़ती जा रही है। महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले के बाद अब पार्टी के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण के बयान पर भी विवाद खड़ा हो गया है। चव्हाण ने अगले चुनाव के बाद कांग्रेस का मुख्यमंत्री बनने की बात कही है। कांग्रेस नेता के इस बयान पर शिवसेना की ओर से सख्त नाराजगी जताई गई है।

चव्हाण के बयान पर शिवसेना के तेवर दिखाने के बाद चव्हाण की ओर से सफाई पेश की गई है। इससे पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कांग्रेस के अपने दम पर अगला चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। उनके इस बयान पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इशारों में हमला किया था। उन्होंने कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा था कि अभी हमें जनता की समस्याओं को हल करने पर फोकस करना होगा। यदि हम उसकी अनदेखी कर अकेले चुनाव लड़ने की बात करेंगे तो जनता हमें चप्पलों से पीटेगी।

शिवसेना की आपत्ति पर पेश की सफाई

महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन में रोज वरिष्ठ नेताओं के बयान से विवाद खड़ा होता दिख रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने अगले चुनाव में कांग्रेस का सीएम बनने की भविष्यवाणी करके एक नए विवाद को जन्म दे दिया।

शिवसेना की ओर से आपत्ति जताए जाने के बाद चव्हाण ने सफाई पेश की है। उनका कहना है कि उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को उत्साहित करने के लिए ही कांग्रेस का मुख्यमंत्री होने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि मेरे कहने का मतलब यह था कि अगले विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी।

पटोले के बयान पर भी बढ़ा था विवाद

इससे पहले प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कांग्रेस के अपने दम पर चुनाव लड़ने की बात कहकर शिवसेना नेताओं को नाराज कर दिया था। उनका यह भी कहना था कि भाजपा को रोकने के लिए एनसीपी और कांग्रेस ने शिवसेना के साथ मिलकर महाविकास अघाड़ी सरकार बनाई थी। यह कोई स्थायी गठबंधन नहीं है और हर पार्टी खुद को मजबूत बनाना चाहती है। इसलिए कांग्रेस अगला चुनाव अपने दम पर लड़कर खुद को मजबूत बनाने की कोशिश करेगी।

इसके जवाब में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का कहना था कि अपने दम पर चुनाव लड़ने की बात करोगे तो लोग चप्पलों से मारेंगे। उनका यह भी कहना था कि जिन लोगों के हाथ में तलवार उठाने की ताकत नहीं, वे अपने दम पर चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं। हालांकि अपने संबोधन के दौरान ठाकरे ने कांग्रेस का नाम नहीं लिया मगर जानकारों का कहना है कि उनका इशारा कांग्रेस की ओर ही था।

राउत ने किया एकजुटता का दावा: फोटो- सोशल मीडिया

राउत ने किया एकजुटता का दावा

इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने गठबंधन में एकजुटता का दावा किया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग गठबंधन में दरार डालने की कोशिश कर रहे हैं मगर उनकी साजिशें सफल नहीं हो पाएगी। राउत के मुताबिक शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी पूरी तरह एकजुट हैं और तीनों दल पांच साल तक सरकार चलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों में काफी बेचैनी दिख रही है जो चाहकर भी सरकार नहीं बना सके। ऐसे लोग लगातार महाविकास अघाड़ी गठबंधन में शामिल दलों के बीच मतभेद पैदा करने की कोशिश में लगे हुए हैं। हालांकि तीनों दलों की प्रतिबद्धता को देखते हुए वे अपनी साजिश में नाकाम साबित होंगे।

पवार की सक्रियता से भी उठे सवाल

दूसरी ओर एनसीपी के मुखिया शरद पवार की सक्रियता से भी महाविकास अघाड़ी गठबंधन की एकता पर सवाल उठ रहे हैं। पवार की ओर से मंगलवार को दिल्ली में अपने आवास पर भी विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में कांग्रेस के नेताओं को आमंत्रण नहीं दिया गया है। इस बैठक को 2024 के चुनाव की तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है। सियासी जानकारों के मुताबिक पवार गैर कांग्रेसी दलों का तीसरा मोर्चा बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। पवार की इन कोशिशों से भी महाराष्ट्र के गठबंधन पर असर पड़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

सियासी जानकारों का कहना है कि पवार ऐसा मोर्चा बनाने की कोशिश कर रहे हैं जिसकी ओर से 2024 के चुनाव में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को तीसरे मोर्चे का चेहरा बनाया जाएगा। इस सिलसिले में उनकी चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से दो राउंड की बातचीत भी हो चुकी है। सोमवार को प्रशांत किशोर से बातचीत के बाद ही उन्होंने मंगलवार को विपक्षी नेताओं की बैठक बुलाई है।

Tags:    

Similar News