हिंसा में जला महाराष्ट्र: ताबड़तोड़ पत्थरबाजी में घायल कई जवान, राज्य में बेकाबू हो रहे हालात
Maharashtra News Today: शुक्रवार को त्रिपुरा हिंसा के मद्देनज़र महाराष्ट्र के मालेगांव और नांदेड़ में हालात नियंत्रण से बाहर हो गए। त्रिपुरा हिंसा के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय पुलिस पर जमकर पथराव किये।
Maharashtra News Today: पिछले महीने त्रिपुरा में हुई हिंसा (Tripura Violence) की आग की लपटें अब महाराष्ट्र तक पहुंच गई है। शुक्रवार को त्रिपुरा हिंसा (Tripura Violence in hindi) के मद्देनज़र महाराष्ट्र के मालेगांव और नांदेड़ में हालात नियंत्रण से बाहर हो गए। त्रिपुरा हिंसा (Tripura Hinsa in hindi) के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने शहर की दुकानों और स्थानीय पुलिस पर जमकर पथराव किये। भारत बंद (Bharat Bandh) के आह्वान के चलते मालेगांव और नांदेड़ (Malegaon and Nanded) में हालात बेकाबू होते नज़र आ रहे हैं तथा शांत प्रदर्शन ने हिंसक मोड़ ले लिया है।
महाराष्ट्र के मालेगांव में हुए पथराव के चलते 10 पुलिसकर्मियों समेत एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। स्थानीय पुलिस ने घटना सम्बंधी जानकारी देते हुए कहा कि दो पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है तथा वह ठीक हालात में हैं। पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में अब तक चार लोगों को हिरासत में लिया है।
इसके अतिरिक्त नांदेड़ में भड़की हिंसा (Nanded Hinsa) के चलते आठ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जिसमें एएसपी नीलेश मोरे, इतवारा थाना निरीक्षक और छह कांस्टेबल शामिल हैं। पथराव के दौरान हिंसक हुए प्रदर्शनकारियों ने एक दोपहिया वाहन में आग लगा दी।
कथित तौर पर 'रजा अकादमी' के तत्वाधान में मुख्य रूप से मालेगांव और नांदेड़ के प्रमुख क्षेत्रों और मोहम्मद अली रोड, नागपाड़ा, मीरा रोड और मुंब्रा जैसे कई मुस्लिम इलाकों के निवासियों ने पिछले माह त्रिपुरा में भड़की कथित तौर पर मुस्लिम विरोधी हिंसा के विरोध में भारत बंद (Bharat Band News) का आह्वान किया।
राज्य में भड़की हिंसा के मद्देनज़र राज्य के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने शांति की अपील कर लोगों से अफवाहों पर विश्वास न करने का आग्रह किया है। इतवारा पुलिस थाने (itwara police station nanded) में मामले से जुड़े संदिग्ध लोगों के खिलाफ सम्बंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस थाने में संदिग्धों के खिलाफ हत्या के प्रयास, सरकारी कार्यों में आपराधिक रूप से व्यवधान डालने, दंगा करने और अवैध रूप से भीड़ जमा करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।