Maharashtra Political Crisis: शिवसेना विधायक संजय शिरसाट का सीएम उद्धव के नाम पत्र, अपमान करने का लगाया आरोप

Maharashtra Political Crisis: शिवसेना विधायक संजय शिरसाट ने सीएम उद्धव ठाकरे के नाम पत्र लिखा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम के करीबी द्वारा शिवसेना के विधायकों का अपमान किया गया।

Report :  Rajat Verma
Update: 2022-06-23 08:41 GMT

शिवसेना विधायक संजय शिरसाट और सीएम उद्धव ठाकरे (Social media)

Maharashtra political crisis : महाराष्ट्र स्थित सांभाजीनगर (पश्चिम) से बागी शिवसेना विधायक संजय शिरसाट ने सीएम उद्धव ठाकरे के नाम एक पत्र लिखा है। संजय शिरसाट ने इस पत्र के माध्यम से आरोप लगाते हुए लिखा है कि सीएम ने आदित्य ठाकरे के साथ शिवसेना के विधायकों को अयोध्या जाने से रोका गया तथा साथ ही उन्होनें यह आरोप भी लगाया है कि सीएम के करीबी लोगों द्वारा शिवसेना के विधायकों का अपमान किया गया। वहीं एकनाथ शिंदे ने उनकी समस्याओं को सुनकर उसका निराकरण किया। 

आपको बता दें कि एकनाथ शिंदे के मुताबिक संजय शिरसत समेत शिवसेना के करीब 40 विधायक उनके संपर्क में हैं और वह ज़ल्द ही अपना अगला कदम ज़ाहिर करेंगे। वर्तमान में एकनाथ शिंदे कई बागी विधायकों के साथ गुवाहाटी में मौजूद हैं तथा दो तिहाई से अधिक विधायकों के पार्टी छोड़ने के चलते दल-बदल रोधी कानून के तहत इनकी सदस्यता भी रद्द नहीं होगी। ऐसे में प्राप्त सूचना के मुताबिक एकनाथ शिंदे की भाजपा से बातचीत जारी है और ऐसे में उद्धव ठाकरे की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित कर एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र का नया डिप्टी सीएम बनाए जाने के कयास जोरों पर हैं।

शिवसेना विधायक संजय शिरसत ने सीएम उद्धव ठाकरे के नाम लिखे अपने पत्र में स्पष्ट रूप से कहा है कि-"कल सीएम के मुख्यमंत्री आवास खाली करने के बाद वर्षा बंगले के दरवाजे सचमुच जनता के लिए खोल दिए गए। बंगले पर भीड़ देखकर खुशी हुई। पिछले ढाई साल से शिवसेना विधायक के तौर पर हमारे लिए ये दरवाजे बंद थे।

सीएम सिर्फ आवास की छठी मंजिल पर मंत्रियों से मिलते हैं और कई बार निर्वाचन क्षेत्र के काम, अन्य मुद्दों, व्यक्तिगत समस्याओं के लिए सीएम साहब से मिलने का अनुरोध करने के बाद हमारे पास संदेश आया कि आपको वर्षा बंगला बुलाया गया है लेकिन हमें सीएम आवास के बंगले के गेट पर घंटों खड़ा रखा गया। देर तक बाहर खड़े रहने के बाद हम कई फ़ोन करते और वापस लाइट जाते। इसलिए हमारा सवाल सिर्फ यह है कि तीन से चार लाख मतदाताओं में से चुने गए हम विधायकों के साथ ऐसा अपमानजनक व्यवहार क्यों किया जाता है।"

इसके अलावा संजय शिरसत ने आरोप लगाते हुए आगे कहा कि यदि हिंदुत्व, राम मंदिर शिवसेना के मुद्दे हैं तो जब आदित्य ठाकरे अयोध्या गए तो हम विधायकों को अयोध्या राम मंदिर से दर्शन करने से क्यों रोका गया। इस पूरे वाकये में संजय शिरसत ने एकनाथ शिंदे को उनकी समस्या सुनने के लिए धन्यवाद कहा और साथ ही महाविकास अगाडी सरकार के सहयोग दल राकांपा और कांग्रेस पर भी हमला बोला।

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