उद्धव सरकार से भिड़ने के मूड में राणे, बयान वापस लेने से इनकार, योगी पर उद्धव की टिप्पणी की दिलाई याद
Maharashtra Political News in Hindi : उद्धव ठाकरे पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में नारायण राणे ने योगी आदित्यनाथ के संबंध में की गई ठाकरे की आपत्तिजनक टिप्पणी की भी याद दिलाई।
Maharashtra Political News in Hindi : केंद्रीय मंत्री नारायण राणे अपनी गिरफ्तारी के बाद उद्धव सरकार और शिवसेना से भिड़ने के मूड में दिख रहे हैं। गिरफ्तारी के मामले में जमानत मिलने के बाद राणे ने उद्धव सरकार को ललकारते हुए एक बार फिर कहा है कि वे अपने बयान पर पूरी तरह कायम हैं। उनका कहना है कि उन्होंने कुछ भी गलत बयान नहीं दिया था। उन्होंने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बारे में गलत क्या कहा था जिसे वापस लिया जाए।
नारायण राणे की ओर से अपने बयान का बचाव किए जाने से साफ हो गया है कि वे इस मुद्दे पर अभी भी झुकने को तैयार नहीं है। उन्होंने अपना बयान वापस लेने से इनकार कर दिया है। एक बार फिर पूरी ताकत के साथ जन आशीर्वाद यात्रा शुरू करने का एलान किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के निर्देश पर निकाली गई जन आशीर्वाद यात्रा को जनता का व्यापक समर्थन मिल रहा है। गिरफ्तारी के प्रकरण से मैं दो दिनों तक यात्रा नहीं निकाल सका। लेकिन अब मैं फिर जन आशीर्वाद यात्रा पर निकलूंगा।
योगी पर टिप्पणी मामले में कार्रवाई क्यों नहीं
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में जमानत मिलने के बाद नारायण राणे आक्रामक मुद्रा में दिख रहे हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संबंध में की गई मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की आपत्तिजनक टिप्पणी की भी याद दिलाई है। उद्धव की टिप्पणी की याद दिलाते हुए उन्होंने एनसीपी के मुखिया शरद पवार पर भी निशाना साधा है।
राणे ने कहा कि एक बयान योगी साहब के बारे में भी दिया गया था। उस बयान में कहा गया था कि वे योगी हैं या ढोंगी? इसके साथ ही योगी के संबंध में अन्य आपत्तिजनक बातें भी कही गई थीं। उन्होंने सवाल किया कि क्या योगी आदित्यनाथ के बारे में की गई वह टिप्पणी सांस्कारिक थी? राणे ने कहा कि उस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने शरद पवार पर तंज कसते हुए कहा कि वाह पवार साहब, आपने कितने सांस्कारिक व्यक्ति को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बना दिया है।
गिरफ्तारी से पीछे हटने वाला नहीं हूं
राणे ने कहा कि सच्चाई तो यह है कि कुछ लोगों ने मेरी दोस्ती और भरोसे का नाजायज फायदा उठाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से आम लोगों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी जनता तक पहुंचाने के लिए जन आशीर्वाद यात्रा का आयोजन किया गया है।
मेरी इस यात्रा में व्यवधान डालने की कोशिश की जा रही हैं। इसी कारण विवाद पैदा करा कर मेरी गिरफ्तारी की गई जिसके कारण मेरी यात्रा में दो दिन का गैप हो गया है। लेकिन मैं पीछे हटने वाला नहीं हूं। मैं शुक्रवार से फिर हूं सिंधुदुर्ग से अपनी जन आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत करूंगा और जनता के बीच जाकर अपनी बात रखूंगा।
शिवसेना के रवैये पर उठाए सवाल
राणे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि मैंने जो कुछ भी कहा है आपने उसी बयान पर मैं अभी तक कायम हूं। मैंने ऐसी कौन सी बात कह दी जिस पर वे लोग इतना ज्यादा नाराज हो गए। मैंने तो अपने देश के राष्ट्रीय त्योहारों की जानकारी न रखने पर तंज कसते हुए अपनी बात कही थी।
मेरे बयान में ऐसा कुछ भी आपत्तिजनक नहीं था जिसे लेकर इतना बड़ा तूफान खड़ा कर दिया गया। दरअसल, वे लोग यह दिखाना चाहते हैं कि जो भी मातोश्री के खिलाफ बोलेगा, उसका मुंह तोड़ दिया जाएगा। राणे ने सवाल किया कि क्या उन लोगों का यह रवैया अपराध नहीं है? उन लोगों के आपत्तिजनक कामों पर कभी कोई कार्रवाई नहीं की जाती?
राणे और शिवसेना में और बढ़ेगा टकराव
राणे और शिवसेना का विवाद नया नहीं है। राणे ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत शिवसेना से ही की थी मगर बाद में उद्धव ठाकरे के ताकतवर होने पर उनके पार्टी नेतृत्व से मतभेद हो गए थे। इसके बाद राणे समय-समय पर शिवसेना और उद्धव ठाकरे पर हमला बोलते रहे हैं। दूसरी ओर शिवसेना ने भी राणे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
शिवसेना की ओर से प्रधानमंत्री से राणे को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की गई है। हालांकि भाजपा पूरी मजबूती के साथ राणे के साथ खड़ी है। ऐसे में राणे शिवसेना को चुनौती देकर पूरी तरह भिड़ने के मूड में नजर आ रहे हैं। जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में शिवसेना और राणे के बीच टकराव और बढ़ेगा।