Maharashtra Politics: शिंदे ने उद्धव खेमे को दिया एक और झटका,गवर्नर ने MLC मनोनयन के लिए भेजी गई सूची को किया रद

Maharashtra Politics: मुख्यमंत्री शिंदे के पत्र के बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री रहते एमएलसी मनोनयन के लिए भेजी गई 12 नामों की सूची को रद्द कर दिया है

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2022-09-05 13:31 IST

eknath shinde uddhav thackeray  (Social Media)

नई दिल्ली: महाराष्ट्र की सत्ता संभालने के बाद से ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को लगातार झटके देने में जुटे हुए हैं। अब एकनाथ शिंदे की पहल पर उद्धव खेमे को एक और बड़ा झटका लगा है। मुख्यमंत्री शिंदे के पत्र के बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री रहते एमएलसी मनोनयन के लिए भेजी गई 12 नामों की सूची को रद्द कर दिया है। 

मुख्यमंत्री शिंदे ने हाल में राजभवन को चिट्ठी लिखकर ठाकरे मंत्रिमंडल की ओर से भेजी गई सूची को रद्द करने का अनुरोध किया था। शिंदे ने अपने पत्र में यह भी कहा था कि विधानपरिषद में बारह लोगों के मनोनयन के लिए राज्य सरकार की ओर से अब नई सूची राजभवन को भेजी जाएगी। इस सूची में अब भाजपा और शिंदे ग्रुप से जुड़े हुए लोगों के नाम शामिल होंगे।

राजभवन ने नहीं दी थी सूची को मंजूरी 

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने नवंबर 2020 में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का पद संभाला था। मुख्यमंत्री का पद संभालने के करीब एक साल बाद उद्धव ठाकरे की ओर से राजभवन को विधानपरिषद में मनोनयन के लिए एक सूची भेजी गई थी। इस प्रस्ताव को उद्धव ठाकरे की कैबिनेट की ओर से भी मंजूरी दी गई थी। इसके बावजूद यह सूची लंबे समय तक राजभवन में लटकी रही। 

इसे लेकर शिवसेना नेताओं ने कई बार राज्यपाल कोश्यारी पर हमला बोला था। कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं ने भी इसे लेकर आपत्ति जताई थी मगर फिर भी राज्यपाल ने इस सूची को मंजूरी नहीं दी। राज्यपाल कोश्यारी सूची में भेजे गए कई नामों को लेकर सहमत नहीं थे। इसी कारण यह मामला लंबे समय तक लटका रहा। 

शिंदे ने दिया उद्धव खेमे को झटका 

बाद में महाराष्ट्र में बड़ा सियासी बदलाव देखने को मिला और शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे ने गत 30 जून को मुख्यमंत्री के रूप में महाराष्ट्र की कमान संभाल ली। मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद शिंदे लगातार उद्धव खेमे को झटका देने में जुटे हुए हैं।

 इसी कड़ी में उन्होंने एमएलसी की सूची को रद्द कराकर उद्धव खेमे को एक और झटका दिया है। दरअसल शिंदे अब भाजपा और अपने गुट से जुड़े नेताओं को एमएलसी बनाने की कोशिश में जुट गए हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही मुख्यमंत्री की ओर से नए नामों की सूची राजभवन को भेजी जाएगी। 

सूची में शामिल थे इन लोगों के नाम 

उद्धव ठाकरे की ओर से भेजी गई सूची में मशहूर अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर के अलावा एनसीपी के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे का नाम भी शामिल था। उद्धव ठाकरे की ओर से राजभवन को भेजी गई सूची में शिवसेना कोटे से अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर, विजय करंजकर, नितिन बानुगड़े पाटिल और चंद्रकांत रघुवंशी, एनसीपी कोटे से एकनाथ खडसे, राजू शेट्टी, यशपाल भिंगे व गायक आनंद शिंदे और कांग्रेस कोटे से रजनीताई पाटिल, सचिन सावंत, अनिरुद्ध वांकर, मुजफ्फर हुसैन के नाम शामिल थे। 

एमएलसी बनने के लिए शुरू हुई जोड़-तोड़

उद्धव सरकार की ओर से भेजी गई सूची रद्द होने और एमएलसी के लिए नई सूची तैयार होने की सुगबुगाहट के बाद एमएलसी बनने के लिए जोड़-तोड़ शुरू हो गई है। भाजपा और शिंदे ग्रुप से जुड़े हुए नेता विधानपरिषद सदस्य बनने के लिए सक्रिय हो गए हैं। जानकारों का कहना है कि शिंदे सरकार की ओर से भेजी जाने वाली नई सूची में भाजपा से जुड़े 9 नेताओं के नाम शामिल हो सकते हैं जबकि शिंदे गुट को 3 सीटें मिल सकती हैं।

हालांकि शिंदे गुट की ओर से चार सीटों के लिए दबाव बनाया जा रहा है। दोनों पार्टियों के नेता इस मामले को सुलझाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। भाजपा और शिंदे गुट में एमएलसी बनने के लिए दावेदारों की लंबी लाइन है। इसलिए इस सूची को तैयार कर पाना आसान काम नहीं होगा।

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