Raj Thackeray Birthday: पढ़ें- कैसे 'स्वराज श्रीकांत' से राज ठाकरे बने मनसे प्रमुख

राज ठाकरे का जन्म 14 जून 1968 को बाल ठाकरे के छोटे भाई श्रीकांत ठाकरे के बेटे के रूप में हुआ था। बाल ठाकरे की पत्नी मीना ठाकरे की बहन की शादी उनके छोटे भाई श्रीकांत से हुई थी।

Written By :  Rahul Singh Rajpoot
Update:2021-06-14 19:56 IST

राज ठाकरे, फाइल फोटो, साभार-सोशल मीडिया

मुंबई में राज करने वाले ठाकरे परिवार के राज ठाकरे का जन्मदिन है। राज ठाकरे (Raj Thackeray) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Shiv Sena chief Uddhav Thackeray) के चचेरे भाई हैं। राज ठाकरे का जन्म 14 जून 1968 को बाल ठाकरे के छोटे भाई श्रीकांत ठाकरे के बेटे के रूप में हुआ था। बाल ठाकरे की पत्नी मीना ठाकरे की बहन की शादी उनके छोटे भाई श्रीकांत से हुई थी। राज ठाकरे का असली नाम स्वराज श्रीकांत ठाकरे था। उन्होंने बाल ठाकरे (Bal Thackeray) के कहने पर अपना नाम बदल लिया। जिसके बाद उन्हें राज ठाकरे के नाम से जाना जाने लगा। राज ठाकरे की अलग पार्टी है उसका नाम महाराष्ट्र नव निर्माण पार्टी (मनसे) है।

राज ठाकरे शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे के सबसे चहते थे और उन्हें लोग बाल ठाकरे के रूप में भी देखते हैं। लेकिन राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के बीच दूरियां बढ़ गई हैं। एक भाई महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री है तो दूसरे भाई सत्ता के लिए संघर्ष कर रहा है। राज ठाकरे के जन्मदिन पर हम आपको बताते हैं उनके जन्म और उनसे जुड़ी रोचक चीजों के बारे में?

14 जून 1968 को जन्में राज ठाकरे ने बाल मोहन विद्यामंदिर मुंबई से शुरुआती पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने मुंबई के लोकप्रिय जैज स्कूल ऑफ आर्ट्स मुंबई से स्नातक किया। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद, एक युवा नेता के रूप में, उन्होंने चाचा बाल ठाकरे की उपस्थिति में राजनीति शुरू की। 1996 में, राज ठाकरे ने एक प्रसिद्ध संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें लोकप्रिय पॉप स्टार माइकल जैक्सन और प्रसिद्ध गायिका लता मंगेशकर ने भाग लिया।

राज ठाकरे के पिता श्रीकांत ठाकरे संगीत निर्देशक थे। उन्होंने अपनी पत्नी समेत बच्चों का नाम संगीत रखा। पत्नी का नाम मधुवंती और बेटे का नाम स्वराज रखा गया। मधुवंती हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत का एक राग है। स्वराज का अर्थ है स्वरों का राजा। उन्होंने अपनी बेटी का नाम जयजयवंती रखा। बचपन में स्वराज ने तबला, गिटार और वायलिन सीखना शुरू कर दिया था। उन्हें संगीत पसंद था लेकिन कार्टून बनाना ज्यादा पसंद था। स्वराज ठाकरे परिवार की साप्ताहिक पत्रिका 'मार्मिक' के लिए कार्टून बनाया करते थे। जब वह स्कूल में पढ़ रहा था। एक दिन उनके चाचा बाला साहेब ठाकरे ने कहा, "मैंने बाल ठाकरे के रूप में एक कार्टूनिस्ट के रूप में अपना करियर किया, आप राज ठाकरे के नाम से अपना करियर शुरू कर सकते हैं और इस तरह स्वराज ठाकरे ने अपना नाम राज ठाकरे कर लिया।

शर्मिला ठाकरे से हुई है राज ठाकरे की शादी

राज ठाकरे की पत्नी का नाम शर्मिला ठाकरे हैं, वो प्रसिद्ध मराठी थियेटर आर्टिस्ट, एक्टर निर्माता और निर्देशक मोहन वाघ की बेटी हैं। राज और शर्मिला के दो बच्चे हैं, बेटे का नाम अमित और बेटी का नाम उर्वशी है। राज ठाकरे ने अपने बेटे की भी राजनीति में एंट्री करा दी है। शर्मिला ठाकरे अक्सर ही पति के साथ कई मौकों पर साथ नजर आती हैं। वे फिल्मों के प्रिमियर पर भी सेलिब्रिटीज के साथ दिखती हैं।

राज ठाकरे का सोनाली बेंद्रे से था अफेयर

जब तक बाल ठाकरे जिंदा थे मुंबई में बाला साहब ठाकरे का सिक्का चलता था। राजनीति के साथ-साथ फिल्मों में भी ठाकरे परिवार का दखल था। इसी वक्त बाल ठाकरे के भतीजे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे और अभिनेत्री सोनाली बेंद्रे के अफेयर की खबरें आने लगीं। दोनों एक-दूसरे से बेहद प्यार करते थे और एक-दूसरे से शादी भी करना चाहते थे। लेकिन जिस वक्त दोनों प्यार में पड़े उस वक्त राज ठाकरे पहले से ही शादीशुदा थे। इसके बाद राज ठाकरे और सोनाली बेंद्रे के अफेयर की खबरें बाल ठाकरे तक पहुंची तो उन्होंने इस रिश्ते से साफ इंकार कर दिया। उन्होंने राज ठाकरे को दो टूक कह दिया था कि अगर वो शादीशुदा होते हुए भी सोनाली से दूसरी शादी करते हैं तो इससे उनकी और पार्टी की छवि खराब होगी। ऐसे में ये उनके भविष्य के लिए बिल्कुल ठीक नहीं होगा। ताऊ बाल ठाकरे की बात मानते हुए राज ठाकरे शादी के फैसले से पीछे हट गए।

शिवसेना की नहीं मिली कमान

बाल ठाकरे द्वारा शिवसेना की कमान उद्धव ठाकरे को सौंपे जाने के बाद राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के बीच दूरियां बढ़ती गई है। पहले राज को लगता था कि बाल ठाकरे शिवसेना की कमान उन्हें सौंपेंगे और वह उनके साथ काफी सक्रिय भी लेकिन ऐसा नहीं हुआ और बाल ठाकरे ने अपने बेटे को आगे किया। जिससे राज ठाकरे नाराज हो गए थे।

2006 में अलग पार्टी 'मनसे' बनाई

राज ठाकरे अपनी कट्टर मराठी छवि के चलते सियासत में अभी तक सफल नहीं रहे। राज ठाकरे ने 2006 में अलग महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना नाम से अलग पार्टी बना ली। इसके बाद तीन विधानसभा और तीन लोकसभा चुनाव हुए हैं। एमएनएस ने पहली बार 2009 के लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमाई पर कोई सफलता नहीं मिली। इसके बाद 2009 के विधानसभा चुनाव में एमएनएस 5.71 फीसदी मतों के साथ 13 सीटें जीतने में कामयाब रही है। साल 2014 के विधानसभा चुनाव में एमएनएस ने 220 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे, लेकिन उसे सिर्फ1 सीट मिली। इसके बाद 2019 एमएनएस 2.25 फीसदी वोट के साथ महज 1 सीट जीत सकी है। बीएमसी के पिछले चुनाव में एमएनएस के 7 पार्षद जीते थे जिनमें से 6 बाद में शिवसेना में चले गये। इस तरह एमएनएस महाराष्ट्र में एक विधायक और एक पार्षद वाली पार्टी बनकर रह गई थी। राज ठाकरे अपना सियासी वजूद के बचाए रखने की चुनौतियों से गुजर रहे हैं।

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