Measles outbreak: मुंबई में खसरा का प्रकोप, 0-2 आयु वर्ग के 20,000 बच्चों का होना है टीकारण
Measles outbreak: मुंबई में खसरे बीमारी का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है जिससे बच्चों पर खतरा बढ़ गया है। इस खतरनाक बीमारी से तीन बच्चों की मौत हो गयी है।
Measles outbreak: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में खसरे के बढ़ते प्रकोप के बीच, बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने कहा है कि शहर भर में 0 से 2 साल के बच्चों के लगभग 20000 बच्चों का अभी तक टीकाकरण नहीं हुआ है। भले ही शहर में 27 सिंतंबर से टीकाकरण प्रारंभ किया गया हो, लेकिन शहर भर में अभी भी 20,000 बच्चे ऐसे है जिनका टीकाकरण नहीं किया गया है। बच्चों में खसरे का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। वहीँ इस मामले पर निकाय प्रमुख ने कहा है कि वह खसरे के प्रकोप का सामना कर रहे झारखंड के सरकारी अधिकारियों से भी संपर्क करेंगे।
बता दें कि 7 नवंबर को शहर में तीन बच्चों की मौत हो गयी थी। जिसके बाद में बीएमसी ने जांच शुरु की तो उसमें पता चला कि तीन बच्चों की जो मौत हुई है उनमें कुपोषण के साथ-साथ खसरा भी था। जिसके बाद में बीएमसी हरकत में आया और जांच शुरू कर दी।
इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने स्थिति की समीक्षा करने के लिए एक टीम भेजी और बीएमसी अधिकारियों को गोवंडी को कवर करने वाले एम ईस्ट वार्ड ने जांच की कितने लोगों का टीकाकरण हुआ है और कितने लोगों का नहीं हुआ है।
सिविक कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने कहा, "केंद्रीय टीम के सुझाव के अनुसार, हम मरीजों के टीकाकरण, जांच और उपचार पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इसके अलावा, हम यह जानने के लिए झारखंड राज्य के अधिकारियों से भी संपर्क कर रहे हैं कि वे स्थिति को कैसे संभाल रहे हैं। इससे हमें प्रकोप से निपटने में मदद मिलेगी।''
बीएमसी की कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मंगला गोमारे ने कहा कि यहां निगरानी के लिए आंगनवाड़ी, सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और एनजीओ स्वयंसेवकों की 150 लोगों की अतिरिक्त टीम तैनात की गई है। हमने संदिग्ध और पुष्ट खसरे के रोगियों के लिए निकटतम शताब्दी अस्पताल में 10 बिस्तर आरक्षित किए हैं और एम्बुलेंस उपलब्ध कराई है। अगले 15 दिनों तक निगरानी के लिए स्वास्थ्य कर्मियों की एक टीम भी यहां तैनात की गई है। तैयारियों की समीक्षा के लिए मंगलवार को मंत्री दीपक केसरकर और मंगल प्रभात लोढ़ा ने बीएमसी आयुक्त कार्यालय का दौरा किया। केसरकर ने कहा, "मैंने प्रकोप की समीक्षा की और उनसे टीकाकरण शिविरों की संख्या दोगुनी करने को कहा।"
मुंबई में अब तक सात संदिग्ध मौतों के साथ खसरे के 142 पुष्ट मामले दर्ज किए गए हैं। 1 साल के एक बच्चे को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है।