महाराष्ट्र टीईटी परीक्षा में बड़े स्तर पर घोटाला, पैसे लेकर 7800 फेल छात्रों को भी किया पास
शिक्षक पात्रता परीक्षा को लेकर महाराष्ट्र में बड़े स्तर पर घोटाले का मामला सामने आया है। मुंबई पुलिस के अनुसार आठ हजार के करीब फेल उम्मीदवारों को पैसा लेकर पास कर दिया गया। जिसके बाद पिछले 8 साल के भर्तियों में जांच के आदेश दिए गए हैं।
TET Exam Scam: महाराष्ट्र में शिक्षक पात्रता परीक्षा (Teacher Eligibility Test) में बड़े घोटाले का मामला सामने आया है। यहां साल 2019-20 में आयोजित की गई टीईटी परीक्षा (TET Exam) में कुल 7000 से अधिक शिक्षक फेल हो गए थे। लेकिन बाद में शिक्षक पात्रता परीक्षा में फेल हुए इन अध्यापकों को पैसा लेकर पास कर दिया गया। टीईटी (TET) परीक्षा में हुए घोटाले पर जानकारी देते हुए पुणे पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता (Amitabh Gupta) ने बताया कि हमारे जांच में यह सामने आया है कि 7800 फेल हुए शिक्षक पात्रता परीक्षा के उम्मीदवार पैसे देकर पास हो गए हैं।
2019-20 में महाराष्ट्र राज्य परीक्षा परिषद (Maharashtra State Council of Examination) ने शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन करवाया था। इस परीक्षा में पहले प्रश्न पत्र में कुल 1 लाख 88 हज़ार 688 उम्मीदवारों ने परीक्षा दिया। वहीं द्वितीय प्रश्न पत्र के लिए कुल 1 लाख 54 हज़ार 596 उम्मीदवारों ने परीक्षा दिया। इस परीक्षा के परिणाम में कुल 16 हज़ार 592 उम्मीदवारों क्वालिफाइड घोषित किए गए। परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद ही इस परीक्षा में धांधली होने के आरोप लगने लगे थे। जिसके बाद महाराष्ट्र पुलिस (Maharashtra Police) की साइबर टीम ने इस मामले में जांच करना शुरू किया। जांच में बड़े स्तर पर हेराफेरी होने का बात सामने आने लगा। साइबर पुलिस (cyber police) के इस जांच में खुलासा हुआ कि कुल 7800 उम्मीदवारों जो फेल हो चुके थे उन्हें भी पैसा लेकर पास कर दिया गया।
2018 में भी हुई थी धांधली
इस घोटाले का मामला तब सामने आया जब 2018 में हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा में फेल हुए उम्मीदवारों से पैसा लेकर पास करने का मामला सामने आया था। इसी मामले की जांच के दौरान मुंबई पुलिस की साइबर टीम ने 2019-2020 कि शिक्षक पात्रता परीक्षा के परिणामों को लेकर भी गहराई से जांच करना शुरू किया। इस मामले में साइबर पुलिस ने राज्य परीक्षा परिषद की परीक्षा परिणामों को लेकर गहनता से जांच किया जिसमें बड़े स्तर पर घोटाले का बाद सामने आया।
2013-20 तक के भर्तियों में जांच के आदेश
इतने बड़े स्तर पर घोटाले का मामला सामने आने के बाद राज्य परीक्षा परिषद ने यह निर्णय लिया है कि 2013 से ही जितनी शिक्षक पात्रता परीक्षा है हुई है। साथ ही इन पात्रता परीक्षाओं के माध्यम से जिन शिक्षकों की भी भर्ती हुई है उन सभी का गहनता से जांच किया जाएगा। मुंबई पुलिस अभी 2018 से 2020 के बीच में हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा के घोटालों की जांच कर रही है। हालांकि इतने बड़े स्तर पर घोटाले की बात सामने आने के कारण परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं पर इसका बुरा असर देखने को मिल रहा है। अगर ऐसे ही परीक्षा में धांधली के मामले सामने आते रहे तो बहुत से योग्य विद्यार्थियों का भविष्य भी अंधेरे में चला जाएगा।