Rajya Sabha Elections 2022: राज्य सभा टिकट को लेकर कांग्रेस में महाभारत, इमरान प्रतापगढ़ी को चुनाव लड़ाने का तीखा विरोध
Rajya Sabha Elections 2022: कांग्रेस के प्रत्याशियों को लेकर पार्टी में खास तौर पर इमरान प्रतापगढ़ीको महाराष्ट्र से चुनाव लड़ाने पर ज्यादा नाराजगी दिख रही है।
New Delhi: राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Elections 2022) में कांग्रेस (Congress) के प्रत्याशियों को लेकर पार्टी में नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है। खास तौर पर इमरान प्रतापगढ़ी (Imran Pratapgarhi) को महाराष्ट्र (Maharashtra) से चुनाव लड़ाने पर ज्यादा नाराजगी दिख रही है। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य विश्वबंधु राय ने इमरान प्रतापगढ़ी को चुनाव मैदान में उतारने पर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी (President Sonia Gandhi) को तीखा पत्र लिखा है। राय पहले भी महाराष्ट्र में कांग्रेस के लगातार कमजोर होने का मुद्दा उठाते रहे हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव में इमरान प्रतापगढ़ी की करारी हार का जिक्र करते हुए सवाल किया कि क्या पार्टी में पद पाने के लिए शायरी आना जरूरी हो गया है?
राज्यसभा टिकट को लेकर विरोध जताने वाले राय पहले नेता नहीं हैं। उनके पहले नगमा, पवन खेड़ा और पृथ्वीराज चह्वाण और राजस्थान के कांग्रेस नेता भी राज्यसभा के टिकट को लेकर सवाल उठा चुके हैं। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बाहरी उम्मीदवारों का मामला लगातार गरमाता जा रहा है। ऐसे में कांग्रेसी नेतृत्व के लिए नया संकट खड़ा होता दिख रहा है।
इमरान प्रतापगढ़ी पर इतनी मेहरबानी क्यों
महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता विश्वबंधु राय (Maharashtra Congress leader Vishwabandhu Rai) ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में इमरान प्रतापगढ़ी पर नेतृत्व की मेहरबानी को लेकर सवाल उठाया हैं। उन्होंने कहा कि मुरादाबाद में करीब छह लाख वोट से हारने के बावजूद उन्हें अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया गया। दिल्ली में डेरा डालकर रहने वाले नेताओं को ही पार्टी के मुख्य पदों पर नियुक्त किया जा रहा है। उन्होंने महाराष्ट्र से इमरान प्रतापगढ़ी को राज्यसभा टिकट देने पर तीखी आपत्ति जताई। राय ने कहा कि उन्हें पार्टी में शामिल हुए अभी कुछ ही दिन हुए हैं मगर पार्टी ने उन्हें इतना बड़ा इनाम दे दिया।
उन्होंने सवाल किया कि अभी तक नगर निगम तक का चुनाव न जीतने वाले इमरान प्रतापगढ़ी पर नेतृत्व इतना ज्यादा मेहरबान क्यों है? क्या वे इतने बड़े शायर हो गए हैं कि उनके लिए पार्टी के कई महत्वपूर्ण नेताओं की अनदेखी कर दी गई। पार्टी नेतृत्व ने दूसरे नेताओं की अपेक्षा इमरान प्रतापगढ़ी को ज्यादा महत्व देकर महाराष्ट्र से टिकट दे दिया।
महाराष्ट्र में कांग्रेसी अपमान सहने को मजबूर
उन्होंने पंजाब में पार्टी की दुर्दशा की और भी कांग्रेस नेतृत्व का ध्यान खींचा है। उन्होंने कहा कि सिद्धू को भी केवल शायरी और तुकबंदी करने की योग्यता के आधार पर पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया गया था। बाद में पंजाब में हुई पार्टी की दुर्दशा किसी से छिपी हुई नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि क्या अब पार्टी में पद पाने के लिए आप शायरी आना जरूरी हो गया है?
उन्होंने महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन (Mahavikas Aghadi Alliance) में कांग्रेस नेताओं की उपेक्षा की और भी नेतृत्व का ध्यान खींचा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस नेता वैसे ही अपमान का घूंट पीने को मजबूर हैं और अब पार्टी का शीर्ष नेतृत्व भी उसी राह पर चलता दिख रहा है। राय पहले भी महाराष्ट्र में कांग्रेस विधायकों की उपेक्षा और उनकी मांगों के प्रति उद्धव सरकार की बेरुखी की ओर नेतृत्व का ध्यान खींचते रहे हैं।
राज्यसभा टिकट को लेकर बढ़ रहा असंतोष
महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता की चिट्ठी से पहले कुछ अन्य नेता भी राज्यसभा टिकट को लेकर अपनी नाराजगी जता चुके हैं। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने ट्विटर पर अपना दर्द जाहिर करते हुए कहा था कि शायद मेरी तपस्या में कुछ कमी रह गई। इसके बाद कांग्रेस नेता और अभिनेत्री नगमा ने भी खेड़ा के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए अपनी 18 साल की तपस्या इमरान प्रतापगढ़ी के आगे कम पड़ने की बात कही थी।
दरअसल कांग्रेस नेतृत्व की ओर से तय की गई राज्यसभा उम्मीदवारों की सूची को लेकर अब असंतोष खुलकर सामने आने लगा है। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में पार्टी नेतृत्व ने सभी बाहरी उम्मीदवारों को अखाड़े में उतारा है और इसके खिलाफ भी आवाज उठने लगी है। मुकुल वासनिक को भी महाराष्ट्र से न लड़ा कर राजस्थान से चुनाव मैदान में उतारा गया है और इसे लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।