आगे आई Sameer Wankhede की बीवी-बहन, मीडिया को बताया ये सच, नवाब मलिक पर उल्टा पड़ा पासा
Sameer Wankhede Case : समीर वानखेड़े की बहन जैस्मीन और बीवी क्रांति रेडकर ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मंत्री नवाब मलिक द्वारा समीर वानखड़े और उनके परिवार पर लगाए गए सभी आरोपों का खंडन किया है।
Sameer Wankhede Case : नवाब मालिक द्वारा एनसीबी अधिकारी समीर वानखड़े पर पिछले कई दिनों से चल रहे आरोप प्रत्यऱोप के बाद समीर वानखड़े की बीवी (Sameer Wankhede Ki Patni Kranti Redkar) और बहन(Sameer Wankhede Ki Behan) ने नवाब मलिक के खिलाफ गुस्सा जाहिर करते हुए सभी आरोपों का खुलकर जवाब दिया है।
नवाब मलिक (nawab malik) ने समीर वानखड़े पर धोखधड़ी, गैरकानूनी तरीके से धर्मांतरण, दो शादियां तथा कोरोना लॉकडाउन के समय अपनी बहन के साथ दुबई जाने जैसे कई अन्य संगीन आरोप लगाए हैं। एनसीबी जोनल कमिश्नर समीर वानखड़े (Sameer Wankhede Par Aarop) ने अपने ऊपर लगे इन सभी आरोपों को निराधार बताया है। इससे संबंधित मामलों के लिए न्यायपालिका की सहायता लेने की बात भी कही है।
वानखेड़े की बहन जैस्मीन और बीवी ने सभी आरोपों का किया खंडन
इस मामले में समीर के परिवार को घसीटने के बाद उनकी बीवी (Kranti Redkar) और बहन ने नवाब मलिक(nawab malik ke khilaf morcha) के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया है तथा सभी आरोपों का बेफिक्री से जवाब भी दिया है।
वानखेड़े की बहन जैस्मीन (sameer wankhede ki behan) और बीवी क्रांति रेडकर (sameer wankhede ki wife) ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik Sameer Wankhede) द्वारा समीर वानखड़े और उनके परिवार पर लगाए गए सभी आरोपों का खंडन किया है।
साथ ही यह भी कहा है कि इस मामले में मीडिया ट्रायल के दम पर फैसला नहीं सुनाया जा सकता है। यदि नवाब मलिक के पास समीर के खिलाफ कोई भी सबूत है तो बेशक उन्हें न्यायालय का दरवाजा खटखटाना चाहिए ना कि सोशल मीडिया पर खुद ही फैसला सुनाकर किसी के चरित्र का हनन करना चाहिए।
हाल ही में एक गुमनाम पत्र प्राप्त हुआ था जिसमें यह दावा किया गया था कि कई लोगों को झूठे ड्रग मामलों में फंसाया गया है। इससे संबंधित झूठा पंचनामा एनसीबी कार्यालय में ही बनाया गया है। इसी पत्र के संदर्भ में नवाब मलिक ने एनसीबी के महानिदेशक एसएन प्रधान और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र भेजकर सम्बंधित आरोपों की ठीक तरह से जांच की मांग की थी।
एक महिला की गरिमा के साथ खिलवाड़
प्राप्त हुए गुमनाम पत्र के विषय में बात करते हुए समीर वानखड़े की पत्नी क्रांति रेडकर और बहन जैस्मीनने कहा कि-"मैं नवाब मलिक से अनुरोध करती हूं कि अगर उनके किसी भी तरह के ठोस सबूत हैं । तो वे कृपया अदालत जाएं, वह बेवजह मीडिया का समय क्यों बर्बाद कर रहे हैं? तथा जिस गुमनाम पत्र की बात हो रही है । हूबहू ऐसा पत्र कोई भी घर बैठकर लिख सकता है।
यदि वाकई में किसी ने पत्र लिखा है तो उस व्यक्ति को सामने आकर शिकायत करनी चाहिए जिससे कि असलियत सामने आ सके और ठीक प्रकार से कानूनी प्रक्रिया लागू हो जिसके तहत न्यायालय अपना फैसला सुनाए।"
पूरे मामले के संदर्भ में क्रांति रेडकर ने महाराष्ट्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर कहा है कि-"प्रतिदिन हज़ारों लोगों के सामने हमारा और हमारे परिवार का अपमान किया जा रहा है। छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्य में एक महिला की गरिमा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, अगर बालासाहेब आज होते तो वे ऐसा नहीं होने देते। बालासाहेब तो नहीं हैं ।
लेकिन आप हैं और हम सभी नागरिक आपमें बालासाहेब को देखते हैं। मुझे इस बात का पूर्ण विश्वास है कि आप मेरे और मेरे परिवार के साथ कदाचित अन्याय नहीं होने देंगे। एक मराठी होने के नाते मैं बहुत ही आशा के साथ आपसे मदद मांगकर न्याय का अनुरोध करती हूं।"