समीर वानखड़े का दांव पड़ गया उल्टा? एनसीबी के हाथ से निकली बाज़ी, रिहा हुए आर्यन खान और समीर वानखड़े के हाथ क्या लगा?
Sameer Wankhede News in Hindi: समीर वानखड़े की अगुवाई में एनसीबी की एक टीम ने एक क्रूज पार्टी में ड्रग के इस्तेमाल की सूचना के आधार पर छापा मारकर आर्यन खान समेत कई अन्य लोगों को हिरासत में लिया था।
Sameer Wankhede News in Hindi: एनसीबी के रौबदार अधिकारी समीर वानखड़े (Sameer Wankhede) हमेशा से अपने तेजतर्रार रवैये और अवैध नशीले पदार्थों के खिलाफ (illegal drugs) अपने सख्त मिज़ाज़ को लेकर जाने जाते रहे हैं लेकिन हाल ही में एक ऐसा मामला भी हुआ जिसके चलते समीर वानखड़े की सालों की बनाई गई इज्जत डूबती नज़र आ रही है। आम तौर पर जनता कोई भी फैसला या सबूत आने से पहले ही अपने मस्तिष्क में पूर्वधारणा बना लेती है जिसके विपरीत उसको ले जाना हमेशा से एक मुश्किल काम रहा है। मुम्बई क्रूज ड्रग पार्टी मामले (mumbai cruise drug party case) ने देश-विदेश में जमकर सुर्खियां बटोरी और इसका नतीजा यह रहा कि समीर वानखड़े और अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान समेत इस मामले से जुड़े कई लोग काफी समय तक दिन-रात मीडिया की चर्चा का विषय बने रहें।
जानते हैं क्या था मुम्बई क्रूज ड्रग पार्टी मामला (Kya Hai Mumbai cruise drug party mamla)
बीते महीने 2 अक्टूबर की रात को को एनसीबी जोनल अधिकारी समीर वानखड़े (NCB Zonal Officer Sameer Wankhede) की अगुवाई में एनसीबी की एक टीम ने एक क्रूज पार्टी में कथित तौर पर ड्रग के इस्तेमाल की सूचना के आधार पर छापा मारकर आर्यन खान, अरबाज मर्चेंट और मुनमुन धमेचा समेत कई अन्य लोगों को हिरासत में लिया था। जिसके बाद आर्यन खान समेत सभी लोगों को एनसीबी के दफ्तर ले जाकर 20 घंटे तक पूछताछ की गई तथा पूछताछ के पश्चात उन्हें आर्थर रोड में बंद कर ड्रग संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया था।
फंसते नजर आये समीर वानखड़े? (Sameer Wankhede Mamla)
एनसीबी कस्टडी में 20 घंटे तक रहने के दौरान पुलिस ने आर्यन का मोबाइल और अन्य गैजेट जमा कर लिए थे। एनसीबी की शुरुआती जांच में आर्यन के फोन और उसके पास से कुछ भी संदिग्ध बरामदगी की सूचना नहीं दी गयी हालांकि पार्टी से और अरबाज मर्चेंट तथा मुनमुन धमेचा के पास से बेहद ही कम मात्रा में नशीले पदार्थों की बरामदगी हुई थी। बाद में मामला कोर्ट में जाने के बाद एनसीबी द्वारा उस व्हाट्सऐप चैट को प्राथमिकता दी जा रही थी जिसमें ना तो कुछ भी साफ तौर पर साबित हो रहा था और ना ही इसका प्राथमिकी दर्ज करते समय पहले कोई जिक्र किया गया था।
न्यायालय में एनसीबी के अनुसार उनका सबसे खास सबूत जो कि आर्यन खान के व्हाट्सऐप चैट थे उसे न्यायालय ने पहली ही सुनवाई में खारिज़ करते हुए कहा कि व्हाट्सऐप चैट से ऐसा कुछ भी साबित होता है कि आर्यन खान ड्रग्स का सेवन या तस्करी करते हैं, इसी बिनाह के चलते आर्यन खान को जमानत दे दी गयी।
कोर्ट ने एनसीबी को फटकार लगाते हुए यह भी कहा था कि पार्टी में और पार्टी में अन्य लोगों के पास पाई गई ड्रग्स से बिल्कुल भी साबित नहीं होता है कि आर्यन खान भी इसमें संलिप्त हैं, आर्यन खान के जुर्म को साबित करने लायक कोई भी सबूत एनसीबी को नहीं मिला। बिना किसी ठोस सबूत और गवाह के दम पर किसी भी व्यक्ति पर इतने गंभीर आरोप नहीं लगाए जा सकते हैं।
इन सबके बावजूद भी शुरुआत में हिरासत में लेने के बाद 20 घंटे की पूछताछ और करीब 1 महीने की जेल की सज़ा। आम आदमी तो इसी बात से दहशत में आ सकता है कि यदि दुनिया का जाना-माना नाम शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को एनसीबी बिना किसी ठोस सबूत और गवाह के 1 महीने जेल की हवा खिला सकती है उन आम जन का क्या ही होगा जो ठीक से अपना केस लड़ने के लिए एक वकील तक नहीं कर सकते। आपको बता दें कि आर्यन खान का केस लड़ने के लिए शाहरुख खान ने देश के सबसे बड़े और नंबर 1 वकीलों की फौज खड़े कर दी थी और इसका नतीजा भी यही निकला कि आर्यन को जमानत मिल गयी।
आर्यन को मिली जमानत और फंसते चले गए समीर वानखड़े
आर्यन को तो जमानत मिल गयी लेकिन आर्यन खान इस मामले के बाद बुरी तरह से फंसते चले गए। एनसीपी नेता और पूर्व में महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक तो जैसे समीर वानखड़े के पीछे हाथ-पैर धो कर पड़ गए। एक के बाद एक नवाब मलिक दस्तावेज पेश करते जा रहे थे और हर एक दस्तावेज के साथ समीर वानखड़े देश की जनता के नज़रों में हीरो से ज़ीरो बनते चले गए।
नवाब मलिक ने पहले समीर वानखड़े पर अवैध रूप से वसूली करने के आरोप लगाए, फिर उनके और उनके परिवार द्वारा देश में लॉकडाउन के समय विदेश यात्राएँ करने और महंगे होटलों में रहने के आरोप लगाए और समीर वानखड़े द्वारा इन आरोपों को निराधार बताने के बाद नवाब मलिक ने कथित तौर पर इससे सम्बंधित वीडियो और फोटो लोगों के सामने सार्वजनिक से लाकर रख दिए।
मामला सिर्फ नवाब मालिक द्वारा गैरकानूनी पैसा कमाने पर ही नहीं थमा। नवाब मलिक ने एक जन्म प्रमाण पत्र और एक शादी की फोटो साझा कर इस बात का दावा किया कि असल में नवाब मलिक मुसलमान और इन्होनें गैरकानूनी तरीके से धर्मांतरण कर अपना नाम बदल है और इनका पहले भी एक निकाह हो चुका है तथा पहली बीवी से इनके दो बच्चे भी हैं।
नवाब मलिक द्वारा समीर वानखड़े के खिलाफ अपने हर तर्क और इल्जाम को साबित करने के लिए दस्तावेज पेश किए गए। समीर वानखड़े अपने ऊपर लगे एक आरोप की सफाई ठीक से दे भी पाते कि नवाब मलिक द्वारा उनपर एक और आरोप कथित सबूत के साथ पेश कर दिया जाता।
इन्हीं सब आरोप प्रत्याऱोप के चलते समीर वानखड़े को आर्यन खान और क्रूज ड्रग केस मामले से भी हटा दिया गया तथा इनकी जगह पर दिल्ली मुख्यालय द्वारा एक अन्य एनसीबी अधिकारी को बुलाकर जांच की कमान उनको सौंप दी गयी।
हालांकि मामला न्यायालय में लंबित है और मामले से सम्बंधित आए दिन नए आरोप-प्रत्यऱोप सामने आ रहे हैं, आए दिन नई-नई प्राथमिकी दर्ज हो रही है, आए दिन नए आरोप एक-दूसरे के सर मढ़े जा रहे हैं।
लेकिन सही-गलत का असल फैसला तो न्यायालय करेगा परंतु जनता की नब्ज पकड़ना और लगातार कुछ ऐसे सबूत पेश करना जिनका न्यायालय की मुहर के बिना सत्यापन तो नहीं हो सकता लेकिन यह उससे कुछ कम भी नहीं। आर्यन खान की बिना किसी सबूत और गवाह के बिनाह पर की गयी गिरफ्तारी एनसीबी और समीर वानखड़े को एक रूप से नकारात्मक भूमिका में दर्शाती है। कई लोगों का तो यह तक कहना है कि समीर वानखड़े ने यह पूरा खेल सिर्फ और सिर्फ अपनी व्यक्तिगत प्रसिद्धि के लिए खेला है।
अब कितना सत्य है कितना झूठ इस बात का फैसला हम देश को न्यायिक व्यवस्था पर छोड़ देते हैं लेकिन यह बात भी साफ है कि इतने महीनों से जो यह मामला चल रहा है इसमें सिर्फ और सिर्फ फैसले का ही इंतज़ार है, बाकी की कहानी तो काफी हद तक साफ हो चुकी है। क्या वाकई आर्यन खान को फंसाने की तैयारी में खुद समीर वानखड़े बुरी तरह फंस गए हैं?