Sai Baba Mandir: 31 दिसंबर को रात भर खुलेगा साईं बाबा का मंदिर, ट्रस्ट ने लिया फैसला

Sai Baba Mandir: बीते 2 सालों से कोरोना के कारण लोग नया साल सांई दरबार में नहीं मना पा रहे थे। लेकिन इस बार 31 दिसंबर को भक्तों के लिए शिरडी का साईं बाबा मंदिर रात भर खुला रहेगा।

Report :  Jugul Kishor
Update: 2022-12-31 08:42 GMT

Sai Baba Mandir (Pic: Social Media)



 


Sai Baba Mandir: बीते 2 सालों से कोरोना के कारण लोग नया साल सांई दरबार में नहीं मना पा रहे थे। लेकिन इस बार 31 दिसंबर को भक्तों के लिए शिरडी का साईं बाबा मंदिर रात भर खुला रहेगा। यह फैसला सांई बाबा ट्रस्ट ने भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए लिया है। क्योंकि नए साल की पूर्व संध्या पर मंदिर में दर्शन करने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।

सांई बाबा ट्रस्ट के अधिकारियों के मुताबिक हर साल इस समय साईबाबा मंदिर में भक्तों की भीड़ बढ़ जाती है, लेकिन जब से कोरोना वायरस महामारी फैली थी, तब से विभिन्न जगहों से भक्तों का आना काफी कम हो गया था, हलांकि इस साल क्रिसमस से लेकर नववर्ष तक तकरीबन 10 लाख भक्तों के साईबाबा मंदिर में आने के अनुमान लगाया गया है। उन्होने बताया कि महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्र प्रदेश तेलंगाना, दिल्ली, समेत कई राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं।

भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए शिरडी पुलिस ने भी सुरक्षा व्यवस्था का कड़ा बंदोबस्त किया है। शिरडी पुलिस अधिकारियों के मुताबिक 200 से अधिक पुलिस अधिकारियों, पुलिस कर्मियों और होमगार्डों को 3 जनवरी तक भक्तों की सुरक्षा के लिए मंदिर परिसर में तैनात किया गया है। उन्होने बताया कि अहमदनगर से अतिरिक्त पुलिस कर्मियों को शिरडी में बुलाया गया है। पुलिस अधिकारी मंदिर परिसर के साथ ही शहर के होटलों पर नजर रख रहें है।

शिरडी के होटल हाउसफुल 

सांई मंदिर के अलावा पूरे शिरडी शहर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। चारों तरफ भीड़ ही नजर आ रही है। भारी भीड़ के चलते शिरडी के करीब 700 होटल हाउसफुल हो गए हैं। सांई मंदिर में अलग-अलग राज्यों से श्रद्धालु पालकियां लेकर पहुंच रहे हैं।

मंदिर परिसर में पटाखे फोड़ने और बाजा बजाने पर रोक

मंदिर परिसर में आज से यानी कि 31 दिसंबर और 1 जनवरी 2023 को वाहन पूजा नहीं की जाएगी। मंदिर परिसर में पटाखे और बाजा बजाने पर भी रोक लगाई गई है। इसीलिए ट्रस्ट ने भक्तों से अपील की है कि वे निर्देशों का पालन करें और व्यवस्था बनाए रखने में मदद करें।   

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