Patra Chawl Land Scam: शिवसेना सांसद संजय जेल से रिहा, समर्थकों ने आतिशबाजी से किया स्वागत
Patra Chawl Land Scam: शिवसेना के MP संजय राउत को कोर्ट ने जमानत दे दी है। संजय राउत लंबे वक्त से जेल में थे। मुंबई की पीएमएलए कोर्ट ने पात्रा चॉल भूमि घोटाले मामले में शिवसेना सांसद को जमानत दी है।
Patra Chawl land scam: शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ऑर्थर रोड जेल से रिहा हो चुके हैं। उन्हें बुधवार (09 नवंबर) को पात्रा चॉल घोटाले से जुड़े केस में स्पेशल PMLA कोर्ट से जमानत मिली थी। इस जमानत के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने बॉम्बे हाईकोर्ट में अर्जी लगाई थी। इस अर्जी पर जल्द सुनवाई से हाईकोर्ट ने इनकार कर दिया था। अदालत ने संजय राउत के साथ-साथ उनके सहयोगी प्रवीण राउत को भी बेल दी। बता दें, संजय राउत को पात्रा चॉल जमीन घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अगस्त महीने में गिरफ्तार किया था।
पात्रा चॉल जमीन घोटाला ( Patra Chawl land scam) करीब 1,039 करोड़ रुपए का है। इस घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने PMLA के तहत केस दर्ज किया था। जिसके बाद, ED ने सांसद संजय राउत के घर की तलाशी ली थी। इस तलाशी में 11.5 लाख रुपए जब्त किए गए थे। इससे पहले, इसी साल अप्रैल महीने में ईडी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत तथा उनके करीबियों की 11.15 करोड़ रुपए की संपत्ति भी जब्त की थी।
क्या है पात्रा चॉल स्कैम केस?
शिवसेना सांसद संजय राउत पात्रा चॉल स्कैम केस में गिरफ्तार हुए थे। अब सवाल है पात्रा चॉल स्कैम केस है क्या? दरअसल, पात्रा चॉल मामले के नाम से पहचाने जाने वाला सिद्धार्थ नगर उपनगरीय गोरेगांव में 47 एकड़ में फैला है। इसमें तक़रीबन 672 परिवार किराएदार के रूप में रहते हैं। साल 2008 में महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी यानी म्हाडा ने हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) की एक सहयोगी कंपनी गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड (GACPL) को चॉल के लिए एक पुनर्विकास अनुबंध सौंपा था। GACPL को किरायेदारों के लिए 672 फ्लैट बनाने तथा म्हाडा को कुछ फ्लैट देने की बात थी। बची जमीन निजी डेवलपर्स को बेचने के लिए स्वतंत्र था। ईडी की मानें तो बीते 14 वर्षों में किरायेदारों को एक भी फ्लैट नहीं मिला। क्योंकि, कंपनी ने पात्रा चॉल का पुनर्विकास किया ही नहीं। उसने 1,039 करोड़ रुपए में ये जमीन पार्सल और फ्लोर स्पेस इंडेक्स (एफएसआई) को बेच दी।
राउत 1 अगस्त को हुए थे गिरफ्तार
सांसद संजय राउत को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 01 अगस्त 2022 को मुंबई में पात्रा चॉल के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। राउत जेल में बंद थे। ईडी ने इस मामले में कथित वित्तीय अनियमितताओं को पकड़ा। इस केस में संजय राउत की पत्नी और सहयोगियों पर वित्तीय लेनदेन में से अनियमितता के आरोप हैं