Mahoba News: 12 हड़ताली संविदाकर्मियों की सेवाएं समाप्त, DM ने दिए एस्मा लगाने के निर्देश
UPPCL Strike: डीएम मनोज कुमार ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए 12 संविदा विद्युत कर्मियों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। डीएम के इस एक्शन के बाद से विद्युत विभाग और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है।
UPPCL Strike: महोबा में विद्युत कर्मचारियों की हड़ताल में 72 घंटे के कार्य बहिष्कार के बाद से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए डीएम एक के बाद एक कड़ी कार्रवाई अमल में ला रहे हैं। अब तक 12 संविदा कर्मचारियों पर कार्रवाई की गाज गिरी है। डीएम मनोज कुमार ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए 12 संविदा विद्युत कर्मियों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। डीएम के इस एक्शन के बाद से विद्युत विभाग और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। आउटसोर्स कर्मचारी होने के बावजूद भी विद्युत आपूर्ति के लिए काम न करने और सुपरवाइजर को धमकाने को लेकर यह कार्रवाई की गई है। डीएम ने कहा कि सभी पर एस्मा कानून के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
किसी भी सूरत में जनहित में विद्युत आपूर्ति बाधित ना होने और उससे खिलवाड़ करने वालो को बख्शा नहीं जायेगा। यही नहीं डीएम ने सभी विद्युतकर्मियों से हड़ताल छोड़कर दोगुना काम कर व्यवस्थाओं को बेहतर रखने में सहयोग करने की अपील भी की।
14 सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारियों ने कार्य का किया बहिष्कार
दरअसल, आपको बता दें कि पूरे उत्तर प्रदेश में विद्युत कर्मचारी अपनी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार पर चले गए हैं। पुरानी पेंशन बहाली सहित सभी मांगों को पूरा किए जाने को लेकर यह प्रदर्शन हो रहा है। जिस पर शासन और प्रशासन का कड़ा रुख सामने आया है तो महोबा डीएम ने चल रही हड़ताल को लेकर 12 संविदा कर्मियों पर कार्रवाई की है। जिलाधिकारी मनोज कुमार की यह कड़ी कार्रवाई जनपद में चर्चा का विषय बनी है। महोबा विद्युत विभाग के कर्मचारी हैरत में हैं। विद्युत कर्मचारियों की हड़ताल से उत्पन्न होने वाली समस्याओं से बचने के लिए प्रशासन ने हड़ताल के दौरान अलग-अलग जगह के दो ट्रांसफार्मर को बदलवाने का काम किया।
अवैध हड़ताल कर रहे हैं कर्मचारी - डीएम
हड़ताल से आमजनमानस को होने वाली समस्याओं के आलावा विद्युत आपूर्ति में बाधा बनने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की जा रही है। डीएम मनोज कुमार ने सख्त रुख अपनाते हुए आगे भी कड़ी कार्रवाई करने के संकेत दिए है। डीएम मनोज कुमार बताते है कि विद्युत कर्मचारी अवैध हड़ताल कर रहे हैं। हम सब नागरिकों की सेवा के लिए हैं, उस सेवा भार को उठाये और दोगुना काम करें। उन्होंने कहा कि बिजली सुचारु रखने के लिए मजिस्ट्रेट की निगरानी में आईटीआई पॉलिटेक्निक के बीटेक पास छात्रों, राजस्व के टैक्निकल अधिकारी और पुलिस को भी ड्यूटी में लगाया गया है। जो सभी विद्युत उपकेंद्रों में 24 घण्टे तैनात हैं। 40 नए संविदाकर्मियों की भी भर्ती की जा रही है। डीएम के आदेशों के बाद से विद्युत विभाग में हड़कंप मचा है।