Meerut News: तो अखिलेश यादव दूर करेंगे सपा की अंदरुनी कलह

UP Nikay Chunav 2023: पार्टी सूत्रों के अनुसार इस दौरान अखिलेश यादव पार्टी के नाराज चल रहे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बात कर उनकी नाराजगी दूर कराने का प्रयास करेंगे।

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Update:2023-05-07 15:46 IST
Samajwadi Party Pratyashi

UP Nikay Chunav 2023 Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ नगर निगम महापौर चुनाव में समाजवादी पार्टी अंदरूनी कलह से जूझ रही है। यह हाल तब है जबकि समाजवादी पार्टी मेरठ मेयर सीट को आज तक जीत नहीं पाई है। पार्टी के लिए सबसे अधिक चिंता की बात यह है कि मेरठ में मुस्लिमें की चुनाव में निर्णायक भूमिका होने के बावजूद पार्टी के जिले के तीनों मुस्लिम विधायक चुनाव प्रचार से दूरी बनाए हुए हैं। पार्टी की अंदरुनी कलह को शांत करने के लिए कल पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का मेरठ शहर में रोड शो कार्यक्रम रखा गया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार इस दौरान अखिलेश यादव पार्टी के नाराज चल रहे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बात कर उनकी नाराजगी दूर कराने का प्रयास करेंगे।

पार्टी में अंदरुनी कलह का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि आलम यह है कि पार्टी के जिले में तीन विधायक हैं पूर्व मंत्री एवं किठौर विधायक शाहिद मंजूर,शहर विधायक ऱफीक अंसारी और सिवालखास विधायक गुलाम मौहम्मद। बता दें कि गुलाम मौहम्मद चुनाव तो रालोद के सिंबल पर जीते थे लेकिन, नेता वें सपा के हैं। इन तीनों विधायकों की चुनाव प्रचार में अनुपस्थिति सपा की अंदरुनी कलह की चुगली करने के लिए काफी है। इनके अलावा बदरअली समेत कई नेता सपा उम्मीदवार के चुनाव प्रचार से दूर हैं। बदर अली तो अपने इंटरनेट मीडिया अकाउंट से एआइएमआइएम के पक्ष में चुनाव प्रचार करते दिख रहे हैं। अपने अकाउंट में उन्होंने लिखा है-वोट देने-दिलाने की पहली पसंद एआइएमआइएम।

चुनाव प्रचार से दूर रहने की वजह के बारे में पूछने पर शहर विधायक रफीक अंसारी इतना ही कहते हैं -हम तो तैयार हैं,लेकिन जब उनसे कोई काम के लिए कह ही नहीं रहा है तो इसमें वें (रफीक अंसारी) क्या कर सकते हैं। बता दें कि महापौर चुनाव में सपा की सीमा प्रधान चुनाव लड़ रही हैं। सीमा प्रधान जिले के सरधना विधायक अतुल प्रधान की पत्नी हैं। अतुल प्रधान को सपा मुखिया अखिलेश यादव का करीबी माना जाता है। गौरतलब यह है कि शहर विधायक रफीक अंसारी अपनी पत्नी को महापौर का टिकट दिलाने के लिए प्रयारस थे। लेकिन,अंत में सफलता अतुल प्रधान को मिली।

बहरहाल,पार्टी मुखिया अखिलेश यादव कल मेरठ में आकर पार्टी की अंदरुनी कलह समाप्त कर पाएंगे अथवा नहीं यह देखने की बात होगी।

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