Salary History: सैलरी की कहानी जान रह जायेंगे हैरान, पैसे नहीं नमक की वजह से पड़ा ये नाम
Salary History: प्राचीन रोम में पहले सैलरी की जगह काम करने वाले इंसान को मुद्रा के बदले में एक मुट्ठी नमक दिया जाता है। उस समय रोमन साम्राज्य के लिए जो भी सैनिक काम करते थे।
Salary History: महीने भर काम करने के बाद हर नौकरीपेशा इंसान को अगले माह वेतन का बेसब्री से इंतजार रहता है। क्योंकि पूरी वेतन से उसकी जीवनचर्या की सभी आवष्यकताएं पूरी हो पाती है। नौकरी करने वाले हर इंसान की जिंदगी में सैलरी का बेहद अहम रोल होता है। लेकिन कभी आपने यह सोचा है कि आखिर यह सैलरी शब्द कहां से आया। आपके बता दें कि पहले काम करने वाले इंसान को अगले माह वेतन के नाम पर नमक दिया जाता था। नमक से लेकर सैलरी तक पहुंचने की कहानी बेहद दिलचस्प है। आइए जानते हैं पूरी कहानी।
पैसे की जगह मिलता था नमक
प्राचीन रोम में पहले सैलरी की जगह काम करने वाले इंसान को मुद्रा के बदले में एक मुट्ठी नमक दिया जाता है। उस समय रोमन साम्राज्य के लिए जो भी सैनिक काम करते थे। उन्हें काम के मेहनताने के रूप में नमक देने की प्रथा दी। इसीलिए शायद यह कहावत ‘नमक का कर्ज’ बनी होगी। उस वक्त नमक का व्यापार किया जाता है।
उस जमाने में नमक की बहुत अहमियत होती थी। नमक को समर्पण और वफादारी का भी प्रतीक माना जाता है। 550 और 450 ईसा पूर्व की हिब्रू किताब एजारा में मशहूर फारसी राजा आर्टाजर्क्सीस प्रथम का जिक्र है। जिसमें उनके नौकर कहते हैं कि हमें राजा से नमक मिलता है। इसलिए वह अपने राजा के प्रति समर्पित और वफादार हैं।
सैलरी का नामकरण कैस हुआ?
रोमन इतिहासकार प्लीनी द एल्डर अपनी किताब नैचुरल हिस्ट्री में इस बात का उल्लेख भी किया है कि रोम में पहले रोमन साम्राज्य में काम करने वाले सैनिकों को कार्य के बदले नमक दिया जाता था। इसी नमक से ही सैलरी शब्द की उत्पत्ति हुई है। कहा जाता है कि नमक (Salt) से ही वेतन (Salary) शब्द मिला। रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि सैनिक (सोल्जर) शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के sal dare से हुआ है। जिसका अर्थ नमक देने से ही है। रोमन भाषा में नमक (Salt) को सैलेरियम कहा जाता है। सैलेरियम से ही सैलरी शब्द बना है।