Pass Graduation in Old Age: 72 वर्ष की उम्र में ग्रेजुएशन पास कर मां के सामने ली डिग्री
Pass Graduation in Old Age: एक शख्स ने 72 साल की उम्र में ग्रेजुशन डिग्री अपने हाथों में मां के सामने ली टोपने आसुओं को रोक नहीं पाया, आइए जानते है पूरा मामला।
Pass Graduation in Old Age: बढ़ती उम्र मात्र एक नंबर बन जाती है, एक बार फिर से 72 साल की उम्र में एक शख्स ने ग्रेजुएशन की डिग्री अपने हाथों में 98 साल की उम्र के मां के सामने ली। ग्रैजुएशन की डिग्री हाथों में लेकर शख्स तुरंत भावुक हो गया। उसने इस उम्र में डिग्री लेने के अनुभव को साझा किया आइए जानते है -
न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, जॉर्जिया के रहने वाले सैम कपलान ने अपने डिग्री लेने के इस पूरी प्रक्रिया को डिटेल में साझा किया है। उनका कहना है कि एक दिन वो मजे से कार चलाते हुए जा रहे थे, रेडियो पर एक एड सुना की एक ऐसी भी यूनिवर्सिटी है जो डिग्री देने को तैयार है। इस यूनिवर्सिटी में डिग्री लेने के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं है। तब मेरे मन में विचार आया क्यों न मैं भी इस अवसर का लाभ उठाऊं और स्नातक की डिग्री के लिए उच्च शिक्षा ले लूं। मेरे परिवार में कोई भी उच्च शिक्षा किसी न किसी कारण से नहीं पूरी कर पाया है। पर मैंने सोचा क्यों न मैं करूं। यही अब सोचकर मैंने कॉलेज Gwinnett College में एडमिशन ले लिया। और यह सब कुछ मैने मात्र 5 मिनट के अंदर डिसाइड किया है। मै कार में ही था मैने फटाफट गाड़ी घुमाई और कॉलेज पहुंच जायज वहा रजिस्ट्रेशन करके सारे फॉर्मेलिटी पूरी की।
डिग्री लेते देख मां हुई इमोशनल
सैम कपलान ने बताया कि जब उन्हें डिग्री मिली तो मैं बहुत इमोशनल हो गया था। उस वक्त मेरी मां जोकि 98 साल की है, मेरे सामने उपस्थित थी, उनका यह सपना था हमेशा से की में हाइएर स्टडीज करू पर किसी कारण से नहीं कर पाया था। मां के लिए भी यह एक इमोशनल वक्त था वो भी रोने लग गई थी। यह मेरे और मां के लिए गौरांवित करने वाला पल था।मुझे लिखने में हमेशासे दिलचस्पी रही है। पर में कभी कुछ niran नहीं कर पाया था। मैने अभी सिनेमा और आर्ट में यह डिग्री ली है अब आगे स्टोरी राइटर बनना चाहता हूं देखते है मैं यह लक्ष्य इस उम्र में हासिल कर सकता हूं या नहीं।
शुरुआत के दिन काफी टेंशन देने वाले थे
अनुभव बताते हुए सैम कपलान ने कहा, शुरुआती दिन तो नर्वस करने वाले थे। यह बहुत रोमांचक और चुनौतीभरा टास्क था। कैसे फिर से स्कूलिंग की जाए। अपने से काफी छोटे स्टूडेंट्स के साथ कैसे बातचीत की जाए। कई बार लगा कि गलत कदम तो नहीं उठा लिया लेकिन आखिरकार इस चुनौती को भी मैंने हरा दिया। मैं बहुत उत्साहित हूं, और ऐसा करने के लिए मुझे खुद पर गर्व महसूस हो रहा है।