Rajasthan News: भारत की बहू बनकर पाकिस्तान से 138 दिन बाद वापस लौटी, जानिए पूरा मामला
Rajasthan News: भारत-पाकिस्तान की सरहदों पर दोनों देशों के रिश्ते भले ही अच्छे ना हो लेकिन दोनों देशों के लोगों के दिलों के तार अभी भी एक दूसरे से कहीं ना कहीं जुड़ रहे है। भारत पाकिस्तान के बीच शादी का रिश्ता लगातार बनता जा रहा है।
Rajasthan News: भारत पाकिस्तान में भले कभी नहीं बनती हमेशा सीमा पर मुद्दा गरमाया रहता है। स्थिति कभी भी अनुकूलित नहीं रही है हालांकि, सीमा पर रिश्ते जैसे भी हो लेकिन पाकिस्तान और भारत के लोग व्यक्तिगत रिश्ता बनाने में बिल्कुल पीछे नहीं रहते। पाकिस्तान और भारत के लोगों के बीच शादी होने की खबरे लगातार सुर्खियों में बनी रहती है। पाकिस्तान का दूल्हा पहले हमारी भारत की बेटी को अपने यह बहन बनाया करते थे, हालांकि आ स्थिति बदल गई है अब पाकिस्तान की दुल्हन हमारे यहां वधु बनकर आती है ऐसा ही एक नया मामला सामने आया है जिसमें पाकिस्तान की बेटी भारत के लड़के से शादी कर लम्बे इंतजार के बाद ससुराल वापस लौटी है, आइए जानते है पूरा मामला...
138 दिन बाद दुल्हन लौटी ससुराल
राजस्थान के जोधपुर से पाकिस्तान और भारत के बीच रिश्ता बनाने का एक मामला सामने आया है। जोधपुर के निवासी, मुजिम्मल खान की शादी चर्चा का विषय बनी हुई है। यह शादी के चर्चित होने का कारण बहुत है जैसे यह शादी ऑनलाइन हुई थी यकीन नहीं आ रहा न आइए जानते है पूरा मामला.. मुजम्मिल खान 2 जनवरी को डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पाकिस्तान की रहने वाली उरुज फातिमा से इस्लामिक रीति रिवाज से निकाह किया गया था। लगभग 4 महीना बाद उरूज अपने घर परिवार से रूखसत हुई है। पाकिस्तान से 138 दिन बाद यह पाकिस्तान की बेटी भारत में अपने ससुराल अपने शौहर के पास जोधपुर लौटी हैं। दुल्हन के घर से घर में रौनक छाया हुआ है। घर में हर तरफ खुशी का माहौल है।
दूल्हे के दादा गए थे पाकिस्तान
दूल्हे के दादा भालेह खान मेहर नेl पाकिस्तान से दुल्हन को भारत लाने में देरी का कारण देर से वीजा मिलना बताया जा रहा है। पाकिस्तान की बेटी अब जाकर 4 महीने बाद लगभग भारत के बेटे की दुल्हन बन ससुराल लौटने का सौभाग्य मिला है। पाकिस्तानी बेटी भी दुल्हन बन भारत पहुंचकर बहुत खुश है। दादा ने आगे बताया कि मैं पाकिस्तान विजित करने गया था। यह पाकिस्तान की बेटी मेरी दोहिती लगती है। उसने मेरी बहुत सेवा की थी। जिससे मैं बहुत प्रभावित हुआ था, फिर मैंने मेरे पोते के लिए इसे पसंद कर लिया और हमने बिना देरी किए रिश्ता पक्का कर दिया।
ऑनलाइन पढ़ा गया था निकाह
बता दें कि भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली मुनाबाव खोखरापार ट्रेन बंद हो गई थी। हम लोग गरीब परिवार से हैं, तो हमारे पास इतने रुपए भी नहीं है कि यहां से बारात को हम फ्लाइट करके ले पाकिस्तान जाए, फिर हमने ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए निकाह पढ़ने का रास्ता निकाला। निकाह हो जाने के बाद दुल्हन को भारत लाने के लिए वीजा दिलाने का काम भी शुरू किया गया।
केंद्रीय मंत्री को दिया दुल्हन को जल्दी ससुराल लाने का श्रेय
उरुज फातिमा जोधपुर ससुराल आने के बाद अपने ननिहाल गईं। वहीं, दूल्हे के दादा ने केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को दुल्हन के लौटने का श्रेय दिया है। उनका कहना है कि वीजा मिलने में सामान्यत: 7 से 8 महीने तो लग ही जाते है और कई तरह की जांच से गुजरना पड़ता है। लेकिन केंद्रीय मंत्री शेखावत से मिला और उनकी मदद से जल्द ही वीजा दिला दिया गया।
रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तानी दुल्हन का पति जोधपुर में एक प्राइवेट कंपनी में ड्राइवर का काम करता है। इस शादी के घटना से जोधपुर के कई परिवारों ने दूल्हे के घरवालों से प्रेरणा ली है।