Odisha Health Minister: स्वास्थ्य मंत्री को गोली मारने वाला ASI कौन है, आरोपी की पत्नी ने किया बड़ा दावा
Odisha Health Minister: ओडिशा में एक पुलिसवाले ने किसी फिल्म की तरह दिनदहाड़े एक ताकतवर कैबिनेट मंत्री को गोलियों से भून डाला। इस घटना ने पूरे देश को स्तब्ध करके रख दिया है।
Odisha Health Minister: आमतौर पर नेशनल मीडिया की सुर्खियों से दूर रहने वाला पूर्वी राज्य ओडिशा में एक पुलिस वाले ने किसी फिल्म की तरह दिनदहाड़े एक ताकतवर कैबिनेट मंत्री को गोलियों से भून डाला। इस घटना ने पूरे देश को स्तब्ध करके रख दिया है। ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास गंभीर हालत में राजधानी भुवनेश्वर स्थित अपोलो अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं, आरोपी एएसआई गोपाल दास को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। घटना के बाद आरोपी एएसआई की पत्नी का बयान सामने आया है, जिसमें कई चौंकाने वाले बातें कही गई हैं।
मानसिक रूप से ठीक नहीं हैं गोपाल
आरोपी एएसआई गोपाल दास की पत्नी जयंती दास का कहना है कि उनके पति की मानसिक स्थिति सही नहीं है। वे इसका इलाज पिछले 7-8 साल से करवा रहे हैं। जयंता का दावा है कि दवा लेने के बाद ही वो सामान्य व्यवहार करते थे।
बेटी को किया था वीडियो कॉल
जयंती ने बताया कि आज सुबह गोपाल ने वीडियो कॉल पर बेटी से बात की थी। ये उनकी आखिरी कॉल थी। मुझे इस घटना की जानकारी भी न्यूज से लगी। मुझे इसके बारे में कुछ नहीं पता। जयंती का दावा है कि गोपाल आखिरी बार 5 महीने पहले घर आए थे।
गोली मारकर भाग रहा था एएसआई
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रविवार दोपहर ब्रजराजनगर के गांधी चौक पर एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री नब दास जैसे ही अपनी गाड़ी से निकले आरोपी पुलिसकर्मी गोपाल ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से उनपर फायरिंग कर दी। गोपाल गांधी चौक स्थित पुलिस चौकी पर ही तैनात था। घटना को अंजाम देने के बाद लोगों ने गोपाल को भागते देखा, जिसके बाद उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया गया।
सीएम पटनायक ने दिया सख्त कार्रवाई का भरोसा
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक स्वास्थ्य मंत्री के स्वास्थ्य का हाल जानने अपोलो अस्पताल पहुंचे। सीएम ने डॉक्टर्स से बातचीत की और जरूर जानकारी ली। यहां उन्होंने दास के बेटे से भी मुलाकात की और उनका हौंसला बढ़ाया। पटनायक ने इस मामले में सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने घटना की निंदा करते हुए अपराध शाखा को इसकी जांच करने का निर्देश दिया है।