Amar Shaheed Chandrashekhar Azad: अमर शहीद आजाद को एक खुला खत, माफ करें गुजारिश

Amar Shaheed Chandrashekhar Azad: भारत में हिंदुस्तान समाजवादी गणतांत्रिक सेना बनाकर स्वतंत्रता संग्राम और समाजवादी आंदोलन को नया फलक देने वाले चंद्रशेखर आजाद, हम कृतघ्न स्वार्थी और सत्ता मद में मगरुर भारतीयों को माफ करें।;

Update:2025-02-28 20:22 IST

Hemendra News (Image From Social Media)

Amar Shaheed Chandrashekhar Azad: अमर शहीद आजाद को खुला खत भेजकर दीपक मिश्र ने खुद को एक कृतघ्न भारतीय बताते हुए लिखा है

आजाद! हमें माफ करें ......

प्रतिष्ठा में,

चंद्रशेखर सीताराम आजाद

अध्यक्ष

हिंदुस्तान समाजवादी गणतांत्रिक संघ

भारत में हिंदुस्तान समाजवादी गणतांत्रिक सेना बनाकर स्वतंत्रता संग्राम और समाजवादी आंदोलन को नया फलक देने वाले चंद्रशेखर आजाद, हम कृतघ्न स्वार्थी और सत्ता मद में मगरुर भारतीयों को माफ करें । आप हमारे आदर्श पूर्वज रहें जिन्होंने हमारी आजादी के लिए अपने जीवन को क्रांति, कष्ट,और कटिबद्धता का कथानक बना दिया और हमें आपको याद करने की फुर्सत तक नहीं मिली । आपके साथी शहीद अशफाक ने आपकी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा था -

याद कर लेना कभी हमको भी भूले भटके

शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले

वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा

रिहा सय्याद के हाथों जब अपना बागवां होगा

और हम भटके भारतीय आपको भूल गए ।

कल आपका शहादत दिवस था । सर्वविदित है कि आपने समाजवाद को भारत का स्वप्न बनाया, समाजवाद शब्द के नाम को सन्निहित कर 1928 में प्रथम अखिल भारतीय संगठन बनाया , अपने आपको समाजवादी कहने वालों ने भी आपकी स्मृति में यथाशक्ति कुछ नहीं किया । हम छोटे लोग हैं, इस संदर्भ में पहले बड़े अपराधियों की बात कर ली जाय । हमारे गणराज्य के माननीय प्रधानमंत्री मोदीजी ने कल नौ ट्वीट किए , किसी में भी आपके नाम का उल्लेख नहीं किया । बड़े मियां बड़े मियां छोटे मियां सुभान अल्ला । नेता प्रतिपक्ष श्री राहुल गांधी ने तो आपको आज तक शायद ही कभी याद किया होगा जब कि मोतीलाल नेहरू और पंडित नेहरू से आपके काफी घनिष्ठ संबंध थे ।

भाजपा और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्षों ने ट्वीट कर आपको भले ही याद किया पर दोनों ने आपकी विचारधारा का कहीं उल्लेख नहीं किया।

सियासत ही नहीं , सहाफत (पत्रकारिता ) भी अधमाई में कम नहीं हैं । शीर्ष अखबारों में आप और आपके सपनों व सिद्धांतो की कोई खास चर्चा नहीं है , एक भी लेख पढ़ने को नहीं मिला ।

वैसे यह भी सच है कि आपकी शोहरत किसी अखबार की मोहताज नहीं । बाकियों यथा अफसरों, बाबुओं, व्यापारियों, सिनेमा वालों से शिकायत भी बेकार है, अपवादस्वरूप कुछ को छोड़ दें तो उन्हें देश, राष्ट्र, समाज, समाजवाद से क्या सरोकार ?

कुछ ब्राह्मण संगठनों ने आपको बतौर ब्राह्मण शिरोमणि याद किया , जो आपके आदर्शों के विरुद्ध है, पाप है । इससे आप का अवमूल्यन होगा ।

आपको एक सुखद सूचना भी देनी है, अभी कुंभ में हजारों लोग आपकी तस्वीर लेकर पवित्र स्नान किया है ।

हे शहीद शिरोमणि, हमारे राष्ट्रनायक, समाजवाद के दृष्टा इतिहास ने आपसे क्रूरता की , आपको केवल बंदूकधारी क्रांतिकारी बना कर छोड़ दिया, आपकी विद्वता, वैचारिकी,समझ और समाजवाद पर विमर्श बाकी है ।

हमें आशीष दें , यथाशक्ति इस विमर्श को आगे बढ़ा सकूं

आपका

दीपक मिश्र

एक कृतघ्न भारतीय

Tags:    

Similar News