अंग्रेजी भाषा दिवस मनाने का कारण
अंग्रेजी आज एक ऐसी भाषा बन गई है जो दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से आए लोगों को साथ में जोड़ती है।
हर साल 23 अप्रैल को दुनिया भर में अंग्रेजी भाषा दिवस मनाया जाता है। यह दिवस प्रसिद्ध लेखक स्व विलियम शेक्सपियर के जन्मदिन और पुण्यतिथि की स्मृति में मनाया जाता है। इस दिन की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) द्वारा अंग्रेजी भाषा और बहुभाषावाद को मनाने के लिए की गई थी।अंग्रेजी उन 6 भाषाओं में शामिल है जिन्हें संयुक्त राष्ट्र ने दिवस के रूप में घोषित किया है। अंग्रेजी दुनिया की तीसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है, लेकिन बिजनेस और एजुकेशन में ये सबसे ज्यादा प्रचलित है।
यह पहल 2010 में संयुक्त राष्ट्र के सार्वजनिक सूचना विभाग द्वारा "बहुभाषावाद और सांस्कृतिक विविधता का जश्न मनाने के अलावा संगठन की सभी छह आधिकारिक कामकाजी भाषाओं के एक समान उपयोग को बढ़ावा देने के लिए" शुरू आरंभ की गई थी।अंग्रेजी उन 6 भाषाओं में शामिल है जिन्हें संयुक्त राष्ट्र ने दिवस के रूप में घोषित किया है।
किस भाषा क्या अस्तित्व
अंग्रेजी दुनिया की तीसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है, भाषा बोलने वालों की संख्या के अनुसार मंडरीन और स्पैनिश के बाद अंग्रेजी आती है। विकिपीडिया के आंकड़ों पर नजर डालें तो दुनियाभर में 360 मिलियन से ज्यादा लोग अंग्रेजी में बात करते हैं। अंग्रेजी आज एक ऐसी भाषा बन गई है जो दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से आए लोगों को साथ में जोड़ती है। भले ही लोग अंग्रेजी का इस्तेमाल रोजाना बातचीत में न करते हों, लेकिन बिजनेस और एजुकेशन में ये सबसे ज्यादा प्रचलित भाषा है।
भारत में इंग्लिश का प्रभाव
आज लगभग सभी कंपनियां ऐसे लोगों को नौकरी देना पसंद करती हैं, जिनकी अंग्रेजी पर अच्छी पकड़ हो। वहीं कई यूनिवर्सिटी विदेशी छात्रों को एडमिशन देने के लिए अंग्रेजी भाषा का टेस्ट लेती हैं। देश में अनेक इम्तिहान केवल इंग्लिश में होते .आज ज़्यादा तर चाहे ऑफिस हो, स्कूल, कॉलेज, अस्पताल या सरकारी दफ्तर, हर जगह आज काम अंग्रेजी में ही किया जाता है। अंग्रेजी भाषा आज हर देश में हावी है।
इसमें कोई दो राय नहीं है कि अंग्रेजी ने दुनिया में अलग-अलग परिवेश से आए लोगों के बीच पुल का काम किया है। चीन, जापान, भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, सऊदी अरब, फ्रांस, नॉर्वे, दक्षिण अफ्रीका, चीले और बाकी सभी देशों को एक-दूसरे से अंग्रेजी भाषा ही जोड़ती है। इंग्लिश बोलने से आप पढ़े है यह ज़रुरी नही हर इंग्लिश बोलने वाला साहब नही होता पर्यटन स्थल पर अनेक लोग कई भाषा बोल लेते हैं. चलिए सभी अंग्रेज़ी दा को बधाई व शुभकामनाएँ।