गणेश जी चमकाएंगे किस्मत, अनंत चतुर्दशी से पहले कर लें यह काम
गणेश उत्सव 12 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के दिन समाप्त होगा। महाराष्ट्र के साथ अब पूरे देश में इस पर्व की धूम रहती है।इसे महान उत्सव की तरह पूरी श्रद्धा से मनाया जाता है। कहते है कि गणपति जी के पूजन में रोली स्वास्तिक व रक्षासूत्र का बहुत महत्व है।गणपति जी का प्रतीक रक्षा सूत्र जीवन की सभी समस्याओं का समाधान कर सकता है।
गणेश उत्सव 12 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के दिन समाप्त होगा। महाराष्ट्र के साथ अब पूरे देश में इस पर्व की धूम रहती है।इसे महान उत्सव की तरह पूरी श्रद्धा से मनाया जाता है। कहते है कि गणपति जी के पूजन में रोली स्वास्तिक व रक्षासूत्र का बहुत महत्व है।गणपति जी का प्रतीक रक्षा सूत्र जीवन की सभी समस्याओं का समाधान कर सकता है। यह एक ऐसा अचूक उपाय है जो कि गणेश उत्सव में किसी भी दिन किया जा सकता है। यह उपाय गणेश उत्सव में नहीं कर पाए तो इसे अनंत चतुर्दशी के दिन भी कर सकते हैं। इस उपाय से किस्मत चमक सकती है।
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गणेश पूजा के नव दिन में किसी भी दिन एक लाल कलावा लें और उस पर गंगाजल छिड़क कर गणेश जी के चरणों का सिंदूर लगाकर उनके चरणों में ही कुछ देर के लिए रख दें। फिर 'ऊँ श्रीगणेशाय नमः' मंत्र का 108 बार जाप करें। फिर गणेश जी की आरती करें और वह धागा बांध लें। इस धागे को गले में भी बांधा जा सकता है। इस धागे का छोटा सा टुकड़ा अपनी तिजोरी में संजो कर रख दें।
एक गीला नारियल लें कर उसे अपने सिर से पांव तक 7 बार घुमा कर गणेश जी के चरणों में तोड़ रख दें। फिर बहते हुए जल में उस नारियल को फेकते हुए गणेश चालीसा का एक बार पाठ करें और बिना पीछें मुड़े घर चले जाएं।