इंटरनेट: क्या है ये अंतरजाल जिसने जोड़ रखा है पूरी दुनिया को अपने बस में?
इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाली कपनी बीएसएनएल थी इसके बाद कई ईमेल की शुरुआत हुई। पहला साइबर कैफे मुंबई में खुला। आज दुनिया में ऐसे 7 लोग हैं जिनके पास सारी दुनिया के इंटरनेट पर कंट्रोल है।
जयपुर:आज इंसान बिना बोले बिना खाए और बिना सोए रह सकता है लेकिन बिना इंटरनेट के कहे तो बिल्कुल नहीं रह सकता है। जिस इंटरनेट के बिना इंसान एक सेकेंड रह नहीं पाता।आखिर वो क्या है। ये कभी जानने की कोशिश की है कि कैसे हम कुछ सेकेंड में एक क्लिक से पूरी दुनिया से जुड़ जाते है। बहुत सरल शब्दों में कहे तो इंटरनेट नेटवर्क का जाल है। और ये एक तरह का वायर (wire)जाल है जिसका डाटा पूरी दुनिया में घूमता रहता है। वैसे तो इंटरनेट का सबसे पहले इस्तेमाल दुनिया में 1969 मे ंहुआ, लेकिन हमारे देश भारत में पहली बार इंटरनेट 1995 में 15 को इस्तेमाल किया गया।
इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाली कपनी बीएसएनएल थी इसके बाद कई ईमेल की शुरुआत हुई। पहला साइबर कैफे मुंबई में खुला। आज दुनिया में ऐसे 7 लोग हैं जिनके पास सारी दुनिया के इंटरनेट पर कंट्रोल है।
जानते हैं दुनिया जोड़ने वाले जाल के बारे में मुख्य बातेंः
इंटरनेट के लिए मोजिला फायरफॉक्स(Mozilla Firefox) , गूगल क्रोम (Google Chrome) जैसे इंटरनेट ब्राउज़र इस्तेमाल करते हैं लेकिन 1993 में इंटरनेट के इस्तेमाल के लिए मोज़ेक (NCSA Mosaic) वेब ब्राउज़र इस्तेमाल किया जाता था जिसको 1997 में बंद कर दिया गया था।
इंटरनेट ने सिर्फ 5 सालों में 5 करोड़ उपभोक्ता (users) बना लिए थे जबकि टी.वी. को इतने उपभोक्ता अर्जित करने के लिए 13 साल लगे थे।दुनिया की आबादी का 20% हिस्सा इंटरनेट इस्तेमाल कर रहा है, इसका मतलब एक अरब से अधिक लोग इंटरनेट की सुविधा का इस्तेमाल कर रहे हैं।
इंटरनेट पर उपभोक्ताओं का सर्फिंग सेशन (Surfing session) औसतन 51 मिनट का होता है. ‘सर्फिंग’ (Internet Surfing) से अर्थ है इंटरनेट पर कुछ न कुछ खोजते या खोलते रहना।
स्वीडन में इंटरनेट का इस्तेमाल आधी से ज्यादा आबादी करती है।स्वीडन सबसे ज्यादा इंटरनेट को इस्तेमाल करने वाला देश है. लेकिन कई देश ऐसे हैं जहां पर सरकारें लोगों को इंटरनेट इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देती।जैसे कि उत्तर कोरिया की सरकार अपने देश के लोगों को इंटरनेट इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देती और चीन जैसे बड़े देश की सरकार ने भी कई वेब साइट्स (Websites) पर प्रतिबंध लगा रखा है।
लोग सोशल नेटवर्किंग साइट्स जैसेकि फेसबुक और ट्विटर का इस्तेमाल करते हैं वे अपने पूरे जीवन के 10 वें हिस्से जितना लम्बा समय फेसबुक और ट्विटर के इस्तेमाल करने पर ही व्यतीत कर देते हैं।एशिया महाद्वीप से इंटरनेट के सबसे ज्यादा 42 प्रतिशत उपभोक्ता हैं फिर भी इस महाद्वीप की कुल आबादी का सिर्फ 20 प्रतिशत हिस्सा ही इंटरनेट इस्तेमाल करता है।
दुनिया में 19 प्रतिशत शादियां इंटरनेट के माध्यम से होती हैं। इंटरनेट शादी कराने का भी एक सफल माध्यम बनता जा रहा है। इंटरनेट ने सिर्फ 5 सालों में 5 करोड़ उपभोक्ता बना लिए थे जबकि टी.वी. को इतने लोगों को जोड़ने के लिए 13 साल लगे थे। दुनिया की आबादी का 20% हिस्सा इंटरनेट इस्तेमाल कर रहा है, इसका मतलब एक अरब से अधिक लोग इंटरनेट की सुविधा का इस्तेमाल कर रहे हैं.इंटरनेट पर उपभोक्ताओं का सर्फिंग सेशन (Surfing session) औसतन 51 मिनट का होता है। ‘सर्फिंग’ (Internet Surfing) से अर्थ है इंटरनेट पर कुछ न कुछ खोजते या खोलते रहना।
जो लोग सोशल नेटवर्किंग साइट्स जैसेकि फेसबुक और ट्विटर का इस्तेमाल करते हैं वे अपने पूरे जीवन के 10 वें हिस्से जितना लम्बा समय फेसबुक और ट्विटर के इस्तेमाल करने पर ही व्यतीत कर देते हैं।
फायदे... इन्टरनेट के द्वारा हम काफी दूर बैठे व्यक्ति से बिना किसी अतिरिक शुल्क के घंटो तक बात कर सकते है! सूचनाओ के आदान प्रदान के लिए इ-मेल कर सकते है।किसी भी तरह की जानकारी हम सर्च इंजन के द्वारा कुछ पल में प्राप्त कर सकते है। ये हमारी बोरियत खतम करने का सबसे अच्छा माध्यम बनकर उभरा है! संगीत प्रेमियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है, संगीत, गेम्स,फिल्म इत्यादि बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के डाऊनलोड कर सकते है।
इन्टरनेट पर कई तरह की सुविधाए है जैसे कि आनलाइन बैंकिंग, नौकरी खोज, रेलवे टिकट बुकिंग, होटल रिजर्वेशन इत्यादि सुविधायें घर बैठे मिल जाती है। ये सुविधा बिसिनेस डील और सूचनाओं के आदान-प्रदान से सम्बंधित है।
आजकल इसका चलन बहुत ही तेजी से बढ़ रहा है! सेलिब्रिटीस तक इसका अपनी बातों को सभी तक पहुचने के लिए जमकर उपयोग कर रहे है! इसके कई फायदे है! अलग अलग विचारों वाले दोस्त बनते है,जिनसे काफी कुछ सीखने को मिलता है! ये साईट काफी मात्रा में पठनीय सामग्री तक रखे हैं! आज ये अपनी बात दूसरों के सामने रखने का सबसे अच्छा साधन बन रहा है।
नुकसान... किसी भी चीज का अधिक इस्तेमाल नुकसान देता है। चाहे वो कितना भी महत्व का हो। अब इंटरनेट जहां हमें तकनीक से जोड़ता है वहीं इसके कई नुकसान भी है। जैसे इसके इस्तेमाल से समय की बर्बादी होती है साइबर क्राइम की तरफ जाने अनजाने जाने का डर रहता है। अश्लीत चीजे आराम से मिल जाती है।