पुलिस का लजीज ऑफर! पत्नी के बेस्वाद खाने से परेशान पति को मिली 5 स्टार होटल में दावत
Nitendra Verma Ki Chikoti : पुलिस वाले बहुत दिमाग लगाये । वहीं बैठ के आपातकालीन मीटिंग किये । तब जाके आईडिया आया ।
Nitendra Verma Ki Chikoti : भैया स्वाद बहुत बड़ी चीज है । लोग स्वाद के लिए क्या क्या नहीं करते । अरे तमाम तो मरने मारने पर उतारू हो जाते हैं । सही भी है आदमी आखिर पैदा काहे के लिए हुआ है । फिर भगवान जीभ भी तो इसीलिए दिए हैं ।
पत्नी के बेस्वाद खाने से नाराज पति चढ़ा टावर पर
हाँ तो आज लिए चलते हैं आपको ताजनगरी आगरा । यहां के गाँव दिगनेर में रहने वाले एक सज्जन बहुत सज्जन हैं । टावर कम्पनी में काम करते हैं । लेकिन इधर जरा गुस्साये गये । गुस्सा भी अईसा कि सीधे टावर पे जा चढ़े । अब टावर तो पे चढ़े लेकिन साँसे नीचे वालों की अटक गईं ।
आनन फानन लोग पुलिस को फोन मिला दिए । पुलिस भी भन्न से पहुँच गई । पहिले तो सोची बसंती टाइप मामला होगा । लेकिन ये सज्जन बीरू से भी बड़े वाले निकले । फिर बड़ी मान मनौव्वल हुई । तब जाके सज्जन बताए कि आजकल उनकी पत्नी अच्छा खाना नहीं बना रही । कुछ दिन और उसके हाथ का खाया तो स्वाद से विश्वास ही उठ जायेगा ।
पुलिस ने 5 स्टार होटल के खाने का लालच देकर नीचे उतारा
पुलिस वाले बहुत दिमाग लगाये । वहीं बैठ के आपातकालीन मीटिंग किये । तब जाके आईडिया आया । बोले भैया नीचे आ जाओ । हमाये साथ चलो 5 स्टार होटल में खाना खिलाएंगे । जो कहोगे सो खिलाएंगे । बस इतना सुनना था कि स्वाद के मारे बेचारे पतिदेव नीचे की रास्ता पकड़ लिए ।
अब नीचे आने के बाद पुलिस उन्हें 5 स्टार होटल में ले गई या इसी नाम के ढाबे में ये तो पता नहीं चल पाया । लेकिन स्वाद की ऐसी तलब तो भैया ऐतिहासिक है । अब इनकी पत्नी जी काहे इन्हें बेस्वाद खाना खिला रही हैं ये तो यही बता सकते हैं । वैसे कुछ तो कर्मकांड जरूर किये होंगे वरना इतना बेस्वाद खाना यूँ ही तो नहीं मिलता ।
पुलिस के भी क्या दिन आ गए । लोगों को खाना औ वो भी 5 स्टार होटलों में खाना खिलाने के जिम्मेदारी भी इन्हीं पर आ पड़ी । लेकिन भैया इन सज्जन को एक बार तो खिला दिया लेकिन कल को फिर टावर पे जा चढ़े तब???
बाकी पत्नियों से हमारा करबद्ध निवेदन है कि जब खाना बना ही रही हैं तो स्वाद जरूर मिलाएं । वरना पति लोग ऐसे ही टावर पे चढ़ते रहेंगे । और हाँ पुलिस वाले हर बार 5 स्टार होटल का खाना खिलाएंगे इस बात की कोई गारंटी नहीं है । तो सब अपना अपना समझ लीजिए हमाई झक्क तो हुई समाप्त ।