बिना परीक्षा वाले टाॅपर, कोरोना मैया ने लगाई नैया पार, शर्मा जी के बेटे जैसा हर स्टूडेंट का हाल
Nitendra Verma Satire: जब बिना स्कूल गये इत्ते नम्बर आ रहे हैं तो सोचिये कहीं दो चार हफ्ते स्कूल चले गए होते तो पक्का 100 परसेंट पार कर दिए होते । इसे कहते हैं असली टैलेंट ।
Nitendra Verma Satire: भैया जिधर देखिये हंसी ख़ुशी का माहौल है । मिठाई की दुकानों पे लाइन लगी है । अब बात ही कुछ ऐसी है । ताबड़तोड़ रिज़ल्ट आ रहे हैं । अबकी बार तो छप्पर फटे हैं । मल्लब बिना एक्को दिन स्कूल गये बिना परीक्षा दिए जो नम्बरों का ढोल फाड़ा है कि बेचारे नम्बर भी कह रहे हैं कि कुछ कसर रह गई हो तो बिन ब्याज के उधार ले ल्यो । जो पढ़ने वाले हैं उनका तो ठीक लेकिन जो हमाई केटेगरी वाले हैं उनके पैर जमीन पे नहीं पड़ रहे ।
बिना परीक्षा छात्र अच्छे नंबरों से पासः
जब बिना स्कूल गये इत्ते नम्बर आ रहे हैं तो सोचिये कहीं दो चार हफ्ते स्कूल चले गए होते तो पक्का 100 परसेंट पार कर दिए होते । इसे कहते हैं असली टैलेंट । हमाये शर्मा जी का लड़का कल हमको छत पे दिख गया । लड़का काबिल है । अबकी बार दसवीं में था । आदतन हम टोक दिए कि कितने आये । बस इतना सुनना था कि उसने छाती चौड़ी की, सलमान खान का एटीट्यूड लपेटा और पास आके बोला चाचा 87 परसेंट आये हैं ।
परीक्षा देते तो क्या छात्रों के आते इतने नंबर
इतना सुनना था कि हमाये कानों में सांय सांय होने लगी । दो चार मिनट में सम्भले तो बोले कि नम्बर तो बढ़िया पा गये हो । कोरोना मैया को प्रसाद चढ़ा देना । इतना सुनना था कि शर्मा जी का लड़का चढ़ बईठा । बोला चाचा कोरोना न होता औ पेपर हुए होते तो पंचानबे परसेंट तो कहीं गये ही नहीं थे ।
भैया अब लड़का ठहरा गरम खून सो ज्यादा कुछ बोले बिना हम नीचे उतर लिए । इसी के लिए हम पिछले साल शर्मा जी से शर्त लगा लिए थे कि सेकंड डिवीजन तो पास हो ही जायेगा । लेकिन शर्मा जी को अपने लड़के पे पूरा कॉन्फिडेंस था । बोले पास भर हो जाये तो ठग्गू के लड्डू खिलाएंगे ।
भैया अब नम्बर तो नम्बर हैं । चाहे पेपर देके आएं औ चाहे बिना दिए । तो हम तो जा रहे हैं लड्डू खाने । आप लोग भी लड्डू खाइये ।