कैब ड्राइवर की पिटाई करने वाली लड़की ओलंपिक में गोल्ड की दावेदार! वीडियो में दिखा एथलेटिक टैलेंट

Nitendra Verma Satire: बड़े बुजुर्ग बता गये हैं कि इश्क और मुश्क छुपाए नहीं छिपते लेकिन एक और चीज है जो छिपाये नहीं छिपती । नोट कर लीजिए वो है टैलेंट ।

Written By :  Nitendra Verma
Published By :  Shivani
Update:2021-08-07 08:44 IST

नितेंन्द्र वर्मा (फोटो: न्यूजट्रैक) 

Nitendra Verma Satire : बहुत नुकसान हो गया भैया । ये समझ लीजिए कि ओलंपिक में पूरे एक मेडल का नुकसान हो गया । औ मेडल भी ऐसा वैसा नहीं सीधे गोल्ड । एक नहीं बल्कि चार चार । लॉन्ग जम्प, हाई जम्प, ट्रिपल जम्प सब में एकदम पक्का था । पता नहीं कउन ओलंपिक वाली टीम चुना है । इन मैडम को तो छोड़ ही दिया । अरे वही लखनऊ वाली मैडम जो कैब वाले की तसल्लीबख्श मरम्मत की हैं ।

लखनऊ कैब ड्राइवर की पिटाई करने वाली लड़की

मल्लब क्या उछल उछल के मारा है । देख के तबियत खुश हो गई । खड़े खड़े जम्प लगा के जो थप्पड़ जड़ती हैं कि जम्प भी शर्मा जाये । इन्होंने पूरे रोड को कवर करते हुए घूम घूम के जो जम्पमार थप्पड़ लगाये कि दुनिया हिल गई । बड़े बुजुर्ग बता गये हैं कि इश्क और मुश्क छुपाए नहीं छिपते लेकिन एक और चीज है जो छिपाये नहीं छिपती । नोट कर लीजिए वो है टैलेंट । मल्लब चाहे जितना कोशिश कर लीजिये है तो निकलेगा जरूर । फिर चाहे वो बसपन के प्यार वाले सहदेव हों या फिर ये मैडम ।

वायरल वीडियो में दिखा एथलेटिक टैलेंट

ये घटना न होती तो दुनिया ये अद्भुत टैलेंट देखने से वंचित रह जाती । तमाम तो ऐसे ही निकल भी लेते । लेकिन भैया उसका जीवन भी किस काम का जिसने इन मोहतरमा का टैलेंट न देखा । जीवन का असली सार तो यही हैं बाकी सब तो मोह माया है । यकीन मानिए वो लोग बहुतै खुशकिस्मत हैं जो इनकी थप्पड़बाजी लाइव देखे हैं । ऐसे टैलेंट को देखने का सौभाग्य तो सदियों में कुछ बिरले ही लोगों को नसीब हुआ करता है ।

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ये नारी सशक्तिकरण यानी Women Empowerment का जीता जागता उदाहरण है । टोक्यो ओलम्पिक में हमारी महिला खिलाड़ी मैदान में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा ही रही हैं इधर ये मैडम बीच चौराहे पर अपने टैलेंट का हथौड़ा पीट रही हैं ।

बेचारा कैब वाला इतना सीधा कि बिना कुछ बोले चुपचाप मार खाता रहा । लेकिन मैडम ऐसे छोड़ने वालों में थोड़े हैं । गलती की है तो सजा मिलेगी । दो दो तीन तीन फीट तक उछल के थप्पड़ जड़ना कोई आसान काम थोड़े है । मेहनत लगती है । सालों प्रैक्टिस को होगी, खून पसीना बहाया होगा तब जाके ऐसा परफेक्शन आया है ।

कैब वाला तो पिटा ही उसे जो बचाने आया वो भी मैडम के कोरोना वायरस से भी खतरनाक जम्पमार थप्पड़ों की चपेट में आ गया । खैर अब मामला पुलिस तक पहुंचा है तो गलत सही का पता शायद चल ही जाये ।

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